DM और SP ने सुनी दिव्यांग भरत की कहानी: COVID में पूरी तरह से वर्वाद हो गया, CM पथ विक्रेता योजना बनी जीवन दायनी

शिवपुरी। जिले में प्रशासन सुशासन सप्ताह मना रहा है। जिसके चलते अधिकारी गांव गांव में जाकर लोगों की समस्या से रूबरू हो रहे है। लोगों की समस्या का निपटारा भी तत्काल मौके पर ही किया जा रहा है। इसमें आज कलेक्टर और एसपी के पास सफलता की एक ऐसी ही कहानी निकलकर सामने आई। जिसमें एक दिव्यांग पति पति ने कलेक्टर और एसपी को अपनी कहानी बताई।

दिव्यांग भरत आदिवासी ने बताया कि कोरोना काल से पहले वह साइकिल पंचर जोड़ने का काम करता था कोरोना के आने के बाद उसका काम बंद हो गया था। वह आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहा था। एक दिन उसने मुख्यमंत्री पथ विक्रेता योजना को जाना और उसका लाभ लिया और पहले 10 हजार के लोन को चुकाने के बाद अब उसने 20 हजार रुपए का लोन लेकर अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाया।

दिव्यांग भरत के उत्साह को देखकर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने उनकी हौसला अफजाई की और भरत के काम की सराहना की। भरत आदिवासी ने बताया कि उसकी साइकिल रिपेयरिंग की दुकान है। कई वर्षों से यह काम कर रहा हैं। जब मुख्यमंत्री पथ विक्रेता योजना के बारे में पता चला तो उसने भी योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया।

उसे योजना के तहत जो राशि मिली उसका उपयोग अपनी साइकिल रिपेयरिंग की दुकान के लिए किया। उसने धीरे-धीरे करके यह राशि चुका दी। अब उसे 20 हज़ार का लोन लिया है जिससे वह अपना काम बढ़ा सकेगा। भरत आदिवासी और उनकी पत्नी आशाबाई दोनों ही दिव्यांग हैं। उनके दो बच्चे हैं। भरत आदिवासी ने बताया कि वह और उनकी पत्नी दोनों पूरे उत्साह से काम कर रहे हैं और अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं।

दिव्यांग भरत के उत्साह को देखकर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने उनकी सराहना की और इसी प्रकार लगन से काम करने के लिए प्रेरित किया और कहा कि सभी को भरत से सीखने की जरूरत है कि मेहनत करके व्यक्ति किस प्रकार आगे बढ़ सकता है। पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर ने उसका उत्साहवर्धन किया। और उसे आगे मेहनत करके आगे बढने की कहा।

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