स्वास्थ मंत्री बोले कॉलेज में एक गलती भी नही मिली,यहां HOD बनने इमरजेंसी के 5 डॉ हड़ताल पर

शिवपुरी। अभी स्वास्थ मंत्री विश्वास सारंग को शिवपुरी मेडीकल कॉलेज का निरीक्षण करे हुए अभी 24 घंटे ही बीते है। मंच के खुद मंत्री ने कहा कि उन्हें मेडीकल कॉलेज में एक छोटी सी गलती नही मिली।

परंतु उनके मुंह फेरते ही शिवपुरी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर अपने पुराने रूप में आ गए है। यहां विभाग में एचओडी बनने इमरजेंसी के पांचों डॉक्टर हड़ताल पर चले गए है। शिक्षा मंत्री को गए हुए अभी 24 घंटे भी नहीं गुजरे थे कि केजुअल्टी (आकस्मिक) विभाग के सभी पांचों डॉक्टर्स ने शनिवार को काम बंद हड़ताल कर दी।

इन हालातों की वजह केजुअल्टी विभाग में एचओडीकी कुर्सी है, जिस पर उसी विभाग के डॉक्टर्स की बजाय सुपरीटेंडेंट किसी दूसरे को बिठाने की तैयारी में हैं। इन हालातों के बीच में घायल होकर आने वाले लोगों का इलाज तथा पुलिस एमएलसी जैसे महत्वपूर्ण कार्य नहीं हो पाएंगे।

क्या है पूरा मामला
मेडिकल कॉलेज शिवपुरी में अलग-अलग विभाग हैं, जिनके मेडीकल कॉलेज से एचओडी भी नियुक्त किए गए हैं। ऐसे ही विभागों में शामिल केजुअल्टी यानि इमरजेंसी विभाग भी है, जिसमें 5 डॉक्टर्स नियुक्त हैं। मेडीकल कॉलेज के सुपरीटेंडेंट डॉ. आशुतोष ने विभाग के सीनियर डॉक्टर को एचओडी बनाने की बजाय किसी दूसरे का नाम प्रस्तावित कर दिया है। जबकि केजुअल्टी डॉक्टर्स का कहना है कि हम पांचों में से ही किसी एक सीनियर को एचओडी बनाया जाए।

काम बंद करने से पूर्व केजुअल्टी डॉक्टर्स ने एक आवेदन भी डीन को दिया है, जिसमें उल्लेख किया है कि हमारे विभाग में एचओडी बनाए जाने को लेकर हमने पूर्व में भी एक आवेदन दिया था। लेकिन उस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया तथा दो सुपरीटेंडेंट ने तानाशाहीपूर्ण रवैया अपनाते हुए नियमविरुद्ध किसी न तो और को एचओडी बनाना तय कर दिया है। चूंकि हमारी सुनवाई इधर नहीं हुई, इसलिए हम लोग काम बंद करने को मजबूर हैं।

केजुअल्टी के डॉक्टर्स जहां पत्र देने के बाद काम बंद हड़ताल पर गए, वहीं सुपरीटेंडेंट ने सभी केजुअल्टी डॉक्टर्स को अनुपस्थित बताते हुए एक पत्र डीन को सौंप दिया। जिसमें उल्लेख किया है कि उक्त डॉक्टर्स के अनुपस्थित होने की वजह से जूनियर डॉक्टर्स से ड्यूटी कराई जाए। यानि डॉक्टर्स व सुपरीटेंडेंट आमने-सामने आ गए हैं।

इनका कहना है
केजुअलटी डिपार्टमेंट से लैटर आया है तथा वो खुद प्रभारी बनना चाहते हैं, जबकि मेडिक काउसिंल ऑफ इंडिया द्वारा जारी किए गए नए निर्देशों में ऐसा नहीं हो सकता। डॉक्टर्स नियमविरुद्ध एचओडी बनना चाहते हैं, हमने मार्गदर्शन मांगा है।
डॉ. आशुतोष चौऋषी, सुपरीटेंडेंट मेडीकल कॉलेज

इनका कहना है
पिछले दिनों में व्यस्तताओं के पि चलते एचओडी का आदेश जारी नहीं हो पाया है। हमने मालूम किया है तथा केजुअल्टी के सीनियर डॉक्टर को एचओडी बनाया जा सकता है। हम जल्द ही उसका आदेश जारी करेंगे।
डॉ. केबी वर्मा, डीन मेडीकल कॉलेज

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