सिंधिया जी की हां की बाट जोह रहे है शिवपुरी में टाईगर,15 जनवरी तक आने थे,अब 15 फरवरी तक नहीं दिख रही ​उम्मीद

शिवपुरी। बीते 16 दिसम्बर को शिवपुरी दौरे पर आए मध्यप्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शिवपुरी में आने से पहले टायगर सफारी का निरीक्षण किया था। जिसमें यह तय हुआ था कि 15 जनवरी तक शिवपुरी में टायगर छोडे जाएगे। परंतु यह टायगर प्रोजेक्ट अब ठंडे बस्ते में चला गया है। 15 जनवरी तो छोडों अब 15 फरवरी तक भी टायगर प्रोजेक्ट का कही कोई अता पता नहीं है।

टायगर प्रोजेक्टर को लेकर नेशनल पार्क प्रबंधन अपनी तैयारियां पूरी होने का दावा कई दिनों पहले ही कर चुका है। नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी के अधिकारी भी टाइगरों के अस्थाई रूप से रहने वाले बाड़े का निरीक्षण कर चुके हैं। विभाग से जुड़े सूत्रों की मानें तो जिन जनप्रतिनिधियों ने टाइगर लाने के लिए अपने-अपने दावे किए हैं वे एक तिथि नहीं दे पा रहे हैं। मुख्य रूप से अधिकारी दिल्ली से तारीख मिलने का इंतजार कर रहे हैं। वे आयोजन को भव्य बनाने और सभी जनप्रतिनिधियों को संतुष्ट रखने की कवायद में टाइगर के आने में देरी हो रही है। इसका नुकसान यह हो रहा है कि अब आमजन में भी दो दशक बाद टाइगर बसने का कोई उत्साह नजर नहीं आ रहा है।

माधव राष्ट्रीय उद्यान के टाइगर प्रोजेक्ट का सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी 16 दिसंबर को शिवपुरी प्रवास के दौरान जायजा लिया था। सीएम के आने से टाइगर के भी समय पर आने की उम्मीद जगी थी। इसके बाद कार्यक्रम में मंच से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, स्थानीय सांसद डॉ. केपी यादव, प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने भी माधव राष्ट्रीय उद्यान में फिर से टाइगर बसाने को उपलब्धि बताया था। कार्यक्रम खत्म होने के बाद किसी भी नेता ने प्रोजेक्ट की सुध नहीं ली। अब राजनीति के फेर में ही फंसकर ही टाइगर की आमद में देरी हो रही है।

इनका कहना है
हमारी कोशिश है कि जल्द ही टाइगर लाए जाएं। हमारी तैयारियां पूरी हैं और जल्द ही टाइगर लेकर आएंगे। सभी कड़ियां एक साथ मिल जाएं तो बेहतर रहेगा और इसी प्रयास में जुटे हुए हैं।
उत्तम कुमार शर्मा, CCF सिंह परियोजना

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