जच्चा बच्चा को घर छोडने के एवज में 108 के ड्रायवर ने मांगे रूपए, नहीं दिए तो जच्चा बच्चा को छोड गया


शिवपुरी। जिला चिकित्सालय हमेशा से अपनी कार गुजारियों के लिए सुर्खियों में रहता है। यहां डॉक्टरों पर लापरवाही रिश्वतखोरी सहित अव्यवस्थाओं के आरोप लगना आम बात है। यहां अधिकारीयों के खुले सरंक्षण के चलते हालात यह है कि यहां खुलेआम रिश्वतखोरी जारी है। आज जो मामला सामने आया है वह एक 108 एम्बुलेंस का है। जहां ड्रायवर ने जच्चा बच्चा को घर छोडने के एबज में प्रसूता के परिजनों से पैसे की मांग की। जब पीडित प्रसूता ने पैसे चोरी होने की बात कही तो ड्रायवर को यह कहानी लगी और उसने महिला को अस्पताल में छोडकर वहां से चला गया।
जानकारी के अनुसार पिछोर क्षेत्र की बूढोंन गांव रहने वाली प्रसूता रुचि लोधी पति विशन लोधी को जिला अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती कराया गया था। 18 जनवरी को रुचि ने एक बेटे को जन्म दिया था। आज रुचि को जिला अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी। रुचि के परिजनों ने 108 एम्बुलेंस को कॉल किया था। समय पर 108 एंबुलेंस पहुंच भी गई थी। एंबुलेंस ड्राइवर ने जच्चा-बच्चा को एंबुलेंस में बैठा लिया लेकिन उसने रुचि को गांव छोड़ने के एवज में पैसों की मांग की। जब रुचि के पति ने एंबुलेंस के ड्राइवर को पैसे न देने की बात कही तो वह भड़क गया और उसने जच्चा-बच्चा को एंबुलेंस से नीचे उतार दिया और मौके से एंबुलेंस को लेकर भाग गया। ड्राइवर की मनमानी से जच्चा-बच्चा कड़कड़ाती ठंड में कई घंटे तक रुक रहे।
रुचि की सास ने बताया कि बीती रोज सुबह के समय रुचि के पलंग पर रखे बैग से 11 हजार 500 रुपए चोरी हो गए थे इसकी शिकायत अस्पताल चौकी में दर्ज कराई लेकिन चोरी हुए पैसों को कोई सुराग नहीं लग सका। इधर, आज बहू की अस्पताल से छुट्टी कर दी गई। पैसे थे नहीं, सरकार की योजना के चलते बहू और नाती को बिना पैसे के ही घर पहुचना संभव हो रहा था लेकिन 108 एम्बुलेंस के चालक ने छोड़ने के एवज में पैसों की मांग कर दी।
देने को पैसे नहीं थे इसलिए एम्बुलेंस के ड्राइवर ने एम्बुलेंस से नीचे उतार दिया, हालांकि कुछ घंटे के बाद दूसरी 108 एम्बुलेंस की मदद से घर पहुंच गए। इस मामले में शिवपुरी सीएमएचओ डॉ. पवन जैन का कहना है कि आपके द्वारा मामले को जानकारी में लाया गया है। पीड़ित लिखित शिकायत दर्ज करा दें, जांच कराकर एंबुलेंस के ड्राइवर पर कार्रवाई की जाएगी।