जिला पंचायत अध्यक्ष और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष आमने सामने, बैजनाथ यादव की पंचायत में भ्रष्टाचार की जांच के लिए टीम गठित

बदरवास। खबर जिले के बदरवास जनपद पंचायत से आ रही है। जहां इन दिनों भाजपा में दो गुट आमने सामने हो गए है। एक तरफ बीरेन्द्र रघुवंशी का गुट है तो दूसरी और पूर्व विधायक महेन्द्र यादव का गुट है। इस बीच पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष की ग्रह ग्राम पंचायत में अब जिला पंचायत अध्यक्ष नेहा यादव के कार्यालय से पत्र जारी हुआ है। जिसमें आज ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार की शिकायतों के बाद तीन पंचायतों पर जांच समिति गठित की है। यह समिति यहां हुए भ्रष्टाचार की जांच करेंगी। इस मामले में सबसे अहम बात यह है कि ग्राम पंचायत अलावदी को भी यह पत्र जारी किया गया है। जहां सरपंच पद पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष बैजनाथ सिंह यादव के परिवार का हमेशा इस पंचायत पर कब्जा रहा है।
जानकारी के अनुसार पहला पत्र जिला पंचायत शिवपुरी से जारी हुआ है। जिसमें फरियादी दिनेश सिंह चंदेल ने ग्राम पंचायत ठांठी में वर्ष 2010 11 से लेकर वर्ष 2022 तक पंचायत में कई कामों में भ्रष्टाचार और अनियमितिताओं की शिकायत की थी। इस मामले में जिला पंचायत सीईओ उमराव सिंह मरावी ने चार सदस्यीय टीम गठित कर इस भ्रष्टाचार की जांच 15 दिन में करके रिपोर्ट देने की कहा है।
दूसरे पत्र में राजकुमार सिंह निवासी मंझारी की शिकायत पर जांच टीम गठित की है। इसमें ग्राम पंचायत बामौरखुर्द में वर्ष 2010 11 से लेकर वर्ष 2022 तक पंचायत में कई कामों में भ्रष्टाचार और अनियमितिताओं की शिकायत की थी। इस मामले में जिला पंचायत सीईओ उमराव सिंह मरावी ने चार सदस्यीय टीम गठित कर इस भ्रष्टाचार की जांच 15 दिन में करके रिपोर्ट देने की कहा है।
इसके साथ ही तीसरी जांच करतार सिंह यादव निवासी सिंघारई की शिकायत पर हुई है। जिसमें पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष बैजनाथ सिंह यादव की ग्रह पंचायत अलावदी में वर्ष 2010 11 से लेकर वर्ष 2022 तक पंचायत में कई कामों में भ्रष्टाचार और अनियमितिताओं की शिकायत की थी। इस मामले में जिला पंचायत सीईओ उमराव सिंह मरावी ने चार सदस्यीय टीम गठित कर इस भ्रष्टाचार की जांच 15 दिन में करके रिपोर्ट देने की कहा है।
यहां बता दे कि यह तीनों पंचायतें पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष बैजनाथ सिंह यादव के हस्तक्षेप की पंचायतें है। जिसे लेकर महज तीनों पंचायतों को लेकर जांच टीम गठित करने को लेकर इसे राजनीतिक गरियारों में दूसरे चश्में से देखा जा रहा है। इन दिनों कोलारस में भाजपा में दो पक्ष सामने आ रहे है। जिसमें एक पक्ष विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी का और दूसरा पक्ष पूर्व विधायक महेन्द्र यादव का है। जिसमें एक तरफ वीरेन्द्र रघुवंशी और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष बैजनाथ के बेटे रामवीर यादव है।
दूसरे पक्ष में पूर्व विधायक महेन्द्र सिंह यादव और उनकी बेटी जिला पंचायत अध्यक्ष नेहा अमित यादव है। जिसके चलते यह मामला लगातार राजनीति के चलते जारी है। यहां बता दे कि यह तीनोें पंचायतें वह पंचायतें है जिसमें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष बैजनाथ सिंह यादव का नाम जुडा है। इस मामले में जिला पंचायत सीईओ ने चार सदस्यीय टीम बनाई है। इस टीम में लक्ष्मीनारायण पिप्पल मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बदरवास,एचएन पांडोरिया सहायक यंत्री जनपद पंचायत बदरवास,मायाराम सगर सहायक लेखाधिकारी जनपद पंचायत बदरवास और अश्विनी दीक्षित ब्लॉक कॉडीनेटर एसबीएमजी जनपद पंचायत बदरवास को जांच सौपी है। यह टीम बीते 15 दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।