वाह रे जिम्मेदारों: तीन दिन की तैयारी में प्रशासन सिर्फ 4 सूअरों को मार पाया, इससे ज्यादा तो एक मोहल्ले में स्वाईन फ्लू से ही मर रहे है

शिवपुरी। ​निराली शिवपुरी की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। यहां अधिकारी और कर्मचारी इस हद तक नाकारा है कि इसकी बानकी इसी से समझ आ जाएगी। यहां प्रशासन युद्ध स्तर पर स्वाईन फ्लू से निपटने की बात कह रहा है। दूसरी और हालात यह है कि यहां प्रशासन ने चार दिन तैयारी की और पूरे दिन अभियान चलाया और हाथ आए सिर्फ चार सूअर। जिन्हें प्रशासन ने इंजेक्शन लगाकर मारा है। यह कारनामा एक टीम ने नहीं किया बल्कि शहर में चार टीमें घूमी और इन चार टीमों ने महज पूरे दिन में चार सूअरों को मारा है। इस तरह हालात यही रहे तो फिर हो गया यह ​अभियान पूरा।

यह हालात उस समय है जब एक दिन पहले ही स्वाईन फ्लू से अपने आप 80 सूअरों की मौत हो गई। जबकि प्रशासन खोजकर महज 4 सूअरों को ही मार सका है। हालात यह है कि यह बीमारी जितनी तेजी से सुअरों के बीच फैलू रही है, जिम्मेदार उतनी धीमी गति से इसके रोकथाम में जुटे हुए हैं। बीमारी की पुष्टि होने के बाद से ही इस मामले में प्रशासनिक स्तर पर इस तरह का ढील पोल रवैया समझ से परे है। बीमारी की पुष्टि पिछले सप्ताह चार तारीख के पहले ही हो गई थी। इसके बाद भी अभियान शुरू करने में एक सप्ताह का समय लग गया था। शुरुआत में तो जिम्मेदर यही तय नहीं कर पाए कि इस बीमारी से निजात पाने

सुअरों की मौत से हाहाकार,अधिकारी अभी भी पालकों से लगा रहे है गुहार
शहर में लगातार हो रही सुअरों की मौत के बाद अपने घरों के आगे मरने बाले इन ​सूअरों को उठवाने के लिए पब्लिक लगातार परेशान हो रही है। ​लोग इनकी बदबू से परेशान है और लोगों के बीच इनकी बदबू से हाहाकार मचा है। इसी बीच जिम्मेदार अधिकारी अभी भी सूअर पालकों से गुहार लगाते हुए नजर आ रहे है।

कल पहले अधिकारियों ने सुअर पालकों के साथ बैठक की और उन्हें वही निर्देश दिए जो काफी समय से दिए जा रहे हैं। उनसे सुअरों को शहरी सीमा से बाहर रखें। जो बाड़े बनाए गए है उन्हें उसमे ही रखें। इसके बाद एक सुअर पालक से पूछा गया कि तुम्हारे बाड़े में कितने सुअर हैं। जब उसने चार की संख्या बताई तो टीम वहीं पहुंच गई और इन चार को ही बेहोश करके मार दिया। गनीमत यह है कि यह बीमारी जानवरों से इंसानों में नहीं फैलती है, लेकिन इसका अभी तक इलाज भी नहीं बना है।

इनका कहना है
पहले दिन में शासन की गाइडलाइन के अनुसार चार सुअर मारे गए हैं। इन्हें बेहोशी का इंजेक्शन लगाकर ट्रेचिंग ग्राउंड पर लेजाकर इंजेक्शन देकर मारा गया है। शहर से एक किमी की दूरी पर इन्हें डिस्पोज किया गया है।
एमसी तमोरी, सहायक संचालक, पशु चिकित्सा विभाग शिवपुरी

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