रक्षक बने भक्षक: गणेशखेडा बीट क्षेत्र में फोरेस्टकर्मी कटवा रहे है हरे भरे जंगल, सैंकडों एकड फॉरेस्ट की जमींन पर किया अतिक्रमण

कोलारस। खबर जिले के कोलारस वनक्षेत्र के बदरवास ब्लॉक के गणेशखेडा बीट के सोनपुरा गांव से आ रही है। जहां रक्षक ही भक्षक बने हुए है। यहां फोरेस्ट के कर्मचारी ही खुलेआम फोरेस्ट के हरे भरे पेडों को कटवाकर इसपर अतिक्रमण कर रहे है। ऐसा नहीं है कि इस मामले की भनक जिम्मेदार अधिकारीयों को नहीं है बल्कि जिम्मेदार अधिकारीयों की मिलीभगत से यहां खुलेआम जंगलों को काटकर उसपर अतिक्रमण किया जा रहा है। उक्त भूमि पर वन विभाग के अधिकारियों से मिलकर भू-माफिया वन भूमि पर बटिया से खेती कर रहे है।

जानकारी के अनुसार बदरवास वन परिक्षेत्र सहायक गणेशखेड़ा बीट सोनपुरा में 70 खेर के पेड़ों की कटाई कर दी गई लोगो का कहना है कि तार फैंसी के लिए खेर के पेड़ों की कटाई जोरो पर चल रही है हर दीन 100 पेड़ों से अधिक पेड़ों की कटाई हो रही है आखिरकार कब तक कटेगा जंगल 3 साल से कटाई जोरो पर चल रही है हजारों पेड़ काटकर वन भूमि पर अवैध कब्जा कर के खेती की जा रही है।

वन भूमि की जमीन पर सोनपुरा से 4 किलोमीटर दूर वन चौकी है गणेश खेड़ा पर ग्रामीणों ने कई बार सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज करिए लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है वन विभाग की मिलीभगत से सोनपुरा पर हजारों बीघा वन भूमि पर अतिक्रमण कर खेती की जा रही है सरसो गेहूं की फसल लहरा रही है आखिरकार क्या करवाई क्यों नहीं होती है भू माफियाओं के ऊपर जिनके हौसले बुलंद हैं।

ग्रामीणों का यहां तक कहना है कि वन भूमि पर खड़े पेड़ों को काटकर उक्त भूमि पर कब्जा कर खेती वन विभाग के अधिकारियों की निगरानी में की जा रही है क्योंकि वन विभाग के अधिकारी यह से अवैध बसूली करते है और वन भूमि पर खड़े पेड़ों को कटता देखते है कई शिकायतों के बाद भी वन विभाग के आला अधिकारियों के कान में चीटी तक नहीं रंगती आखिर ऐसा क्यों, वन विभाग के भूमि पर अवैध तरीके से कब्जा कर खेती करने वालों से भी वन विभाग के आला अधिकारी हपता बसूलते है और अपनी चुप्पी साध लेते है।

यहां बता दे कि जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रशासन आखिर इस मामले में क्यों चुप्पी साधे हुये है। सोनपुरा, बसाई, गणेशखेड़ा, मानपुर आदि ग्रामों से लगी हजारों बीघा वन भूमि पर अतिक्रमण कारियों के हौसले आखिर क्यों है बुलंद और क्यों शांत है वन विभाग के आला अधिकारी, वन विभाग की हजारों बीघा जमीन पर अवैध अतिक्रमण वन विभाग के अधिकारियों को आखिर क्यों नहीं दिखाई दे रहा है।

Advertisement

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *