नगर पालिका कर्मचारी 9 महीने में बैठक बसूली के बसूल सके 3 लाख, नए CMO ने 3 माह का ठेका 15 लाख में दिया

शिवपुरी। अभी हाल ही में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शिवपुरी सीएमओ शैलेष अवस्थी को मंच से सस्पेंड किया था। उनकी लगातार शिकायतें आ रही थी। उनकी कार्यप्रणाली से पब्लिक तो पब्लिक जनप्रतिनिधि भी परेशान थे। नगर पालिका नगद पालिका में तब्दील हो गई थी। उस नगर पालिका में नए सीएमओ ने ज्योइन करते ही शानदार बेटिंग की है। जिस बैठक बसूली का मुद्दा लगातार उठने के बाद भी पुराने सीएमओ लगातार अपने कर्मचारियों की चांदी करने के लिए टेंडर नही बुला रहे थे उन्ही पर मास्टर स्टॉक खेलते हुए नए नवेले सीएमओ ने बैठक बसूली का ठेका 15 लाख में दिया है।

आज शिवपुरी नगर पालिका द्वारा राजस्व वसूली को बढ़ाने के लिए एक ओर महत्वपूर्ण फैसला लिया है। नपा शिवपुरी की द्वारा बाजार बैठक वसूली के ठेके की प्रक्रिया पूर्ण कर ली है। अब बाजार बैठक वसूली नपा के कर्मचारी नहीं बल्कि ठेकेदार के कर्मचारी करेंगे। इससे नगर पालिका के राजस्व में इजाफा होगा।

यहां बता दे कि नगर पालिका के कर्मचारी पिछले तीन साल से बाजार बैठक वसूली करते आ रहे थे। इससे नपा को लाखों रुपए का चूना भी लग चुका था। सूत्रों की माने तो नपा कर्मचारी बाजार में बैठक वसूली ताे करते थे परन्तु रसीद नहीं देते थे। इसके कारण नपा को मिलने वाले राजस्व में सेंधमारी की जा रही थी।

इस भ्रष्टाचार से निपटने के लिए हाल ही में नगरपालिका शिवपुरी द्वारा ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया शुरू की थी। उक्त बाजार बैठक बसूली का टेंडर तीन माह के लिए 13 लाख 30 हजार रुपये का निकाला गया था।

इस टेंडर को लेने के लिए कई फर्मों ने टेंडर डाले, जिसमें से यह यह टेंडर नीरज शर्मा को 15 लाख 53 हजार रूपये में दिया गया है। इस मामले में नपा सीएमओ केशव सगर का कहना है कि उक्त ठेके से नपा की राजस्व बसूली में इजाफा होगा।

पिछले नौ माह में नपा वसूल पाई थी तीन लाख
नगर पालिका ने तीन माह में बाजार बैठक वसूली का तीन माह का ठेका साढे पंद्रह लाख रुपये में दिया है। जबकि इससे पहले नगर पालिका के कर्मचारियों ने पिछले नौ महीने में 2 लाख 97 हजार रुपए की वसूली कर सकी थी।

इस आंकड़े से अंदाजा लगाया जा सकता है कि नगरपालिका में बाजार बैठक वसूली के नाम पर कितना भ्रष्टाचार किया गया है। नेता प्रतिपक्ष शशि आशीष शर्मा का कहना है कि पिछले तीन साल में बाजार बैठक वसूली के प्रभारी सुधीर मिश्रा ने लाखों रूपये का भ्रष्टाचार किया है।

कांग्रेसियों की मांग है कि इस पूरे मामले की जांच कर नपा के अधिकारियों से रिकवरी की जानी चाहिए। नेता प्रतिपक्ष का आरोप है कि अब तक नपा में वसूली से जुड़े कर्मचारियों ने सिर्फ भ्रष्टाचार किया है।

Advertisement

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *