राज्यमंत्री के भाई मस्तराम धाकड ने रिटायर्ड डिप्टी रेंजर के प्लॉट पर मकान बनाया और बेच दिया

शिवपुरी। जिले में जब से राज्यमंत्री सुरेश धाकड राठखेडा को राज्यमंत्री बनाया गया है तब से राज्यमंत्री राठखेडा तो ठीक है उनके रिश्तेदार भी अपने आपको मंत्री मान रहे है। अक्सर उनके रिश्तेदार को मंत्री के नाम का रौब झाडते हुए आसानी से देखा जा सकता है। हालात यह है कि पोहरी में पदस्त राठखेडा का भाई जो महज एक सचिव है वह अपने कामों को छोडकर मंत्री के नाम का डर दिखाकर पब्लिक को परेशान कर रहा है। अभी हाल ही में एक मामला प्रकाश में आया था। जहां कुटीर के एवज में राज्यमंत्री के भाई पर रूपए लेने का आरोप लगाया था। आज फिर एक मामला सामने आया है। जहां राज्यमंत्री के भाई ने एक डिप्टी रेंजर का प्लॉट पर मकान बनाकर बैच दिया।

बताया गया है कि एक रिटायर्ड डिप्टी रेंजर के सवा लाख रुपए के प्लॉट पर मकान बनाकर उसका सौदा कर दिया, जबकि एक सेवानिवृत्त पटवारी की भरी हुई नींव पर सरिया व रेत-गिट्टी डालकर कब्जे की तैयारी कर ली। रिटायर्ड पटवारी अब अधिकारियों के दफ्तरों में चक्कर लगा रहा है, लेकिन मंत्री का भाई होने की वजह से कोई अधिकारी सुनवाई करना तो दूर आश्वासन तक नही दे पा रहा।

पोहरी के सीएम राइज स्कूल के सामने स्टेट हाईवे पर स्थित ग्राम मचाखुर्द की 29 बीघा शासकीय जमीन पर पंचायत सचिव मस्तराम धाकड़ की नजर पड़ गई। उक्त शासकीय भूमि पर बरसों से अपना आशियाना बनाकर रहने वाले गरीब परिवारों को पंचायत सचिव जहां बुलडोजर का डर दिखा रहा है, तो वहीं नींव भरे प्लॉटों पर अपने प्रभाव के चलते कब्जा करना शुरू कर दिया।

वन विभाग के रिटायर्ड डिप्टी रेंजर बुद्धाराम शर्मा के 45 वाई 50 के साइज के नींव भरे प्लॉट पर निर्माण करके भवन बनवाकर उसका सौदा कर दिया। जबकि डिप्टी रेंजर ने 1.25 लाख रुपए में प्लॉट खरीदने के साथ ही उसकी नींव आदि भरवाने में कुल 3 लाख रुपए खर्च हो गए। पंचायत सचिव मस्तराम धाकड़ ने पहले तो शर्मा को पंचायत से नोटिस भिजवाया और फिर मटेरियल डलवाकर उस पर मकान बनाने के बाद उसका सौदा कर दिया। डिप्टी रेंजर शर्मा का कहना है कि मेरी तो कहीं सुनवाई नहीं हो रही, क्योंकि पंचायत सचिव का भाई पीडब्ल्यूडी राज्यमंत्री है।

आबादी की उक्त भूमि पर रिटायर्ड पटवारी कल्याण ओझा का भी एक प्लॉट है, जिसकी नींव भरवाने के बाद पटवारी उस पर मकान बनाने की तैयारी कर रहा था। इसी बीच उक्त प्लॉट पर पंचायत सचिव मस्तराम की नजर पड़ गई और उसने उक्त प्लॉट पर सरिया व रेत सहित अन्य मटेरियल डालकर निर्माण कार्य शुरू करवा दिया। रिटायर्ड पटवारी अब तहसील से लेकर कलेक्ट्रेट तक जनसुनवाई में गुहार लगाता फिर रहा है। उधर सचिव ने प्लॉट पर काम की रफ्तार बढ़ा दी, क्योंकि जितनी जल्दी बनकर तैयार होगा, उतना ही जल्दी सौदा होगा। क्योंकि जमीन हाईवे किनारे की है।

इनका कहना है
मैने अपने प्लॉट की नींव भरवाने के बाद उस पर मकान बनाने की तैयारी कर रहा था। लेकिन पंचायत सचिव मस्तराम ने उस पर कब्जा करके निर्माण शुरू कर दिया। मैं पोहरी के सभी अधिकारियों के दफ्तरों में चक्कर लगा चुका हूं, लेकिन कोई सुनवाई नही हो रही।
कल्याण ओझा, रिटायर्ड पटवारी

मैने किसी भी प्लॉट पर कोई कब्जा नहीं किया। मैं तो सरकारी जमीन को बचाना चाहता हूं, क्योंकि उस पर बाहर के लोग आकर कब्जा कर रहे हैं। जो भी लोग प्लॉट पर कब्जा करने की बात कह रहे हैं, वो आरोप पूरी तरह से गलत हैं।
मस्तराम धाकड़, सचिव ग्राम पंचायत उपसिल

हमने तो बहुत पहले नोटिस केवल उन्हें दिए थे जो सरकारी जमीन पर कब्जा कर खेती करने के साथ ही उन्हें अनुबंध के आधार पर बेच रहे थे। यदि पंचायत सचिव किसी प्लॉट पर कब्जा कर रहा है, तो प्लॉट मालिक जनपद सीईओ के पास दस्तावेजों सहित शिकायत करें।
प्रेमलता पाल, तहसीलदार पोहरी

हमारे 45 वाई 50 के नीव भरे प्लॉट पर पंचायत सचिव मस्तराम धाकड़ ने कब्जा कर लिया, जबकि हमारे पास नोटरी सहित अन्य दस्तावेज मौजूद हैं। जमीन व नींव आदि भरने में हमारे 3 लाख रुपए खर्च हो गए। सरकार उनकी है, तो हमारी सुनवाई कौन करेगा..?।
बुद्धाराम शर्मा, रिटायर्ड डिप्टी रेंजर शिवपुरी

उस जमीन पर बाहरी लोग कब्जा कर रहे हैं, तो हो सकता है कि सचिव उसे रोक रहा हो। वो मेरा भाई है, लेकिन उसके काम में मेरा कोई हस्तक्षेप नही है। डिप्टी रेंजर बुद्धाराम ने तो बैराड़ में रेंज में गड़बड़ी की हैं, उस पर तो एफआईआर होने वाली है।
सुरेश राठखेड़ा, राज्यमंत्री पीडब्ल्यूडी

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