10 वी क्लास की 17 वर्षीय छात्रा बनी मां, स्वस्थ बेटे को दिया जन्म, लापरवाही की हद पार गायनिक की जगह सर्जिकल वार्ड में हो गई डिलेवरी

शिवपुरी। आज जो खबर आ रही है वह बेहद ही चौकाने बाली है। आज जिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में एक 17 साल की 10वी क्लास की छात्रा ने एक एक बच्चे को जन्म दिया है। अब सवाल यहाँ यह खड़ा हो रहा होगा कि आखिर सर्जिकल वार्ड में डिलेवरी कैसे हुई। यह डिलेवरी गायनिक वार्ड में क्यों नही हुई तो यह ख़बर पूरी पढ़ने के बाद जिला चिकित्सालय के डॉ की लापरवाही समझ आ जायेगी।
दरअसल आज ठकुरपुरा निवासी एक 17 साल की 10 वी की स्टूडेंट पेट दर्द की शिकायत को लेकर जिला चिकित्सालय आई थी। जहाँ डॉ ने किशोरी को इतनी लापरवाही से देखा कि उसे तत्काल बस खाना पूर्ति के लिए भर्ती कर लिया। दिन भर किशोरी को सर्जिकल वार्ड में ड्रिप लगती रही परंतु किशोरी के पेट का दर्द बढ़ता गया। लापरवाही की हद तो देखिए कि डॉ किशोरी का चेकअप किए बिना ही उसे जबरन पेट दर्द के चलते सिर्फ ड्रिप लगाते रहे परतुं दर्द बंद नही हुआ।
उसके बाद शाम लगभग 7 बजे किशोरी के यहां सर्जिकल वार्ड के पलंग पर डिलेवरी हो गई ओर नाबालिग छात्रा ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। जब यह मामला अस्पताल प्रवंधन को लगी तो उनके हाथ पैर फूल गए और आनन फानन में किशोरी को गायनिक वार्ड में भर्ती कराया।
अब बिना गायनिक के सर्जिकल वार्ड में हुई इस डिलेवरी को जब युवती की माँ ने देखा तो वह भी कुछ समझ नही पा रही थी कि आखिर यह हुआ क्या है। बताया गया है कि किशोरी की प्रेगनेंसी को पूरे 9 माह हो गए थे। और अब समय पूरा होने के बाद डिलेवरी हो गई। मां भी यह नही समझ पाई की उसकी बेटी 9 माह की प्रेग्नेंट है।
इस मामले में किशोरी की मां ने बताया है कि उसे नही पता था कि उसकी 17 साल की बेटी प्रेग्नेंट है। उसकी बेटी के शरीर की दिन व दिन भारी जरूर होता जा रहा था। जिसके चलते वह अनुमान लगा रहे थे कि बेटी चावल ज्यादा खाती है तो यह चावलों का साइड इफेक्ट है।
इस मामले में कुंवारी मां बनी लड़की के पिता का कहना था कि मेरे 6 बच्चे है 2 लडकी और 4 लडके हैें। यह लड़की चौथे नंबर की है मे मकानो पर कारीगरी कर अपना और अपने बच्चो का पेट भरता हूं,अब यह काम हो गया अब में किसी को मुंह दिखाने के काबिल नहीं रहा हूं। बच्चा किसका हो सकता है इस पर पूछने पर कहा कि पास में एक महिला रहती है जिसका नाम कल्लो है उसका चाल चलन ठीक नहीं है यह उसकी करतूत हैं। मां ने कहा की बेटी कुछ बोल नहीं रही हैं यह भी बता नहीं पा रही कि इस बच्चे का बाप कौन हैं।
डॉ की कार्यप्रणाली पर खड़े हुए सवाल
इस मामले में शिवपुरी शहर के मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल के डॉ की काबिलियत पर भी सबाल खड़े कर दिए है।जैसा कि लडकी के पिता ने बताया कि उसका पेट दर्द हुआ था इस कारण उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया था। डॉक्टरों ने उसे सर्जिकल वार्ड में भर्ती कराया। लडकी का चैकअप करने वाले डॉक्टर भी नही समझ सके कि लडकी 9 माह की प्रेग्नेंट हैं इस कारण ही उसने सर्जिकल वार्ड में बच्चे को जन्म दिया हैं। इसके साथ ही किशोरी की मां ने बताया है कि 4 दिन पहले भी बेटी को पेट मे दर्द हुआ था जिसके चलते उसे मेडिकल कॉलेज में भी भर्ती कराया था। वहां भी डॉ ने ड्रिप लगाने के बाद उसकी छुट्टी कर दी थी। उन्हें वहां भी पता नही चला कि बेटी प्रेग्नेंट है।
