जिला चिकित्सालय में सिलेंडर फटने की अफवाह से भगदड़, एक माह के मासूम की मौत,कलेक्टर एसपी मौके पर पहुँचे

शिवपुरी। बीती रात्रि जिला चिकित्सालय में एक अफवाह से हड़कंप के हालात निर्मित हो गए। किसी ने अफवाह फैला दी कि जिला चिकित्सालय से पीआईसीयू वार्ड में सिलेंडर फट गया। इस अफवाह से अस्पताल में हड़कंप मच गया। इस भगदड़ में महिला सुरक्षा गार्ड और ड्राइवर धमाके के बाद पीआईसीयू से बाहर भागे।

इस हादसे की अफवाह जैसे ही जिला चिकित्सालय के पीआईयूसी वार्ड में लगी। इस वार्ड में अपने कलेजे के टुकड़े को भर्ती मां अपनी छाती से चिपकाकर बाहर की ओर भागी।इस दौरान एक मासूम को ऑक्सीजन नही मिलने से उसकी मौत हो गई। इस मामले की सूचना जैसे ही कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह और एसपी राजेश सिंह चंदेल को लगी वह तत्काल मौके पर पहुँचे। जाकर देखा तो सिलेंडर नही बल्कि ऑक्सीजन सिलेंडर के फ्लो मीटर की बोतल फट गई थी। इस घटनाक्रम को शांत होने में लगभग 2 घंटे लग गए।

जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल के पीआईसीयू में भर्ती एक माह 2 दिन के छोटू आदिवासी की गंभीर हालत के चलते रैफर करने की तैयार चल रही थी। इसी सिलसिले में एंबुलेंस बुलवाई थी और चालक पीआईसीयू में पहुंचा था। ड्यूटी नर्स दूसरे पलंग पर बच्चे का ट्रीटमेंट कर रही थी।

इसी दौरान एंबुलेंस चालक ने बच्चे एंबुलेंस तक ले जाने के लिए अतिरिक्त ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ लगे फ्लो मीटर की क्यूब खोलने लगा। अचानक क्यूब टूटने से ऑक्सीजन तेजी से निकली और धमाके के साथ ह्यूमिडि फायर बोतल फट गई। सिलेंडर फटने की अफवाह से ऊपर के तीनों वार्ड और नीचे मेडिकल वार्ड में अफरा तफरी मच गई। अटेंडर बोतल सहित मरीजों को बाहर की तरफ लेकर भागे। कुछ लोग तो अस्पताल के बाहर सड़क पर भी आ गए थे।

जिला अस्पताल में काफी भीड़ जमा हो गई और रात करीब 9 बजे तक अफरा तफरी का माहौल बना रहा। ड्राइवर से नाम पूछा तो मौके से भाग गया, महिला गार्ड ने घटना बताई घटना के बाद ड्राइवर बाहर खड़ा था। घटना के बारे में पूछा तो कुछ नहीं बता पा रहा था। बांयी आंख की भौंह के ऊपर चोट का निशान था। नाम पूछने पर ड्राइवर मौके से भाग गया। महिला गार्ड ममता ने पूरा घटनाक्रम बताया।

इस हादसे के प्रत्यक्षदर्शी महिला ने बताया है कि उसका डेढ़ साल का बेटा पीआईसीयू में भर्ती है। अचानक तेज आवाज हुई, इसके बाद नर्स वार्ड से भागने लगीं। मैंने भी समझा कुछ गड़बड़ है। इसके बाद मैं भी अपने बच्चे को लेकर वार्ड से बाहर निकल आई।बोतल के धमाके से सिलेंडर फटने की अफवाह से महिलाओं में दहशत देखी गई। महिलाएं बच्चों को लेकर पीआईसीयू में जाने तैयार नहीं हो रही हैं। बच्चों को चिल्ड्रन वार्ड में लेकर पहुंच गईं।

इस दौरान सांस लेने में तकलीफ की वजह से छोटू आदिवासी को पीआईसीयू में भर्ती रखा था। गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टर जीएमसी रेफर करने एंबुलेंस बुलवाई थी। छोटू को सेंट्रल लाइन से ऑक्सीजन दी जा रही थी। अतिरिक्त ऑक्सीजन सिलेंडर की मदद से एंबुलेंस तक ले जाने ड्राइवर फ्लो मीटर की बोतल को खोल रहा था। क्यूब फटने से ऑक्सीजन तेजी से निकली और बोतल फट गई। अफवाह फैलने पर मां ने छोटू की ऑक्सीजन निकाली और बाहर लेकर भाग गई। ऑक्सीजन हटने से छोटू की हालत ज्यादा गंभीर हो गई और उसे बचाया नहीं जा सका।

इसका कहना है
सिलेंडर फटने की अफवाह फैलने की वजह से यह घटना हुई है। इसलिए अस्पताल में अफरा तफरी मच गई। अस्पताल की सीसीटीवी फुटेज मंगवाई हैं, जिससे सच सामने आ जाएगा। जिस बच्चे की मौत हुई है, उसकी हालत पहले से सीरियस थी। डॉक्टर ने उसे बचाने का पूरा प्रयास किया था।
अक्षय कुमार सिंह, कलेक्टर शिवपुरी

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