एडवोकेट अनिल मिश्रा पर कार्रवाई की मांग को लेकर राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापनदीना भाना बहुजन संगठन ने संविधान विरोधी बयानों पर जताया विरोध

शिवपुरी आज सोमवार को शिवपुरी जिला मुख्यालय पर दीनाभाना बहुजन संगठन मध्य प्रदेश के तत्वावधान में राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा गया। ज्ञापन के माध्यम से ग्वालियर के एडवोकेट अनिल मिश्रा पर कठोर कार्रवाई की मांग की गई है।
संगठन की महिला प्रदेश अध्यक्ष सपना नहारिया ने बताया कि एडवोकेट अनिल मिश्रा खुलेआम संविधान मुर्दाबाद के नारे लगाते हैं और एससी-एसटी एक्ट एवं आरक्षण समाप्त करने की बातें करते हैं। ऐसे बयानों से समाज में असंतोष और तनाव फैल रहा है तथा दलित, बहुजन और आदिवासी वर्ग के लोगों पर अत्याचार बढ़ने की संभावना है।
उन्होंने आगे बताया कि एडवोकेट अनिल मिश्रा ने ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा लगाने का भी विरोध किया था, जो अब तक लंबित है। संगठन ने मांग की है कि जल्द ही वहां बाबा साहब की प्रतिमा स्थापित की जाए और अनिल मिश्रा पर एनएसए लगाकर सख्त दंडात्मक कार्रवाई की जाए।
सपना नहारिया ने कहा कि लगातार दलित समाज के लोगों पर अत्याचार की घटनाएं सामने आ रही हैं, लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिल पा रहा है। जैसे हाल ही में हरियाणा में एडीजीपी पूरन सिंह वाल्मीकि के साथ हुई घटना के बावजूद अब तक न्याय नहीं मिला। इसी के विरोध में आज संगठन ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
इस मौके पर दीनाभाना बहुजन संघ मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र धावरी सहित संगठन के अन्य पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।
