किसानों की मांगो को लेकर ग्रामसभा से विधानसभा पहुंचेगा भारतीय किसान संघ, गांव गांव जाकर ग्रामसभा लगाकर किसान शक्ति का शंखदान

बैराड़ ।भारतीय किसान संघ मध्य प्रदेश द्वारा किसान शक्ति का शंखनाद कर अंतर्गत ग्राम सभा शिव विधानसभा कार्यक्रम के तहत भारतीय किसान संघ गांव गांव तक जाकर चौपाल लगा रहा है। ग्राम सभा से विधानसभा किसान शंखनाद रैली कार्यक्रम का आयोजन 22 नवंबर मंगलवार को किया जा रहा है जिसको लेकर किसान संघ निरंतर गांव गांव जाकर चौपाल लगाकर किसानों की रैली में सम्मिलित होने का आह्वान कर रहा है।
इसी क्रम में बैराड़ तहसील में भी गांव गांव जाकर 22 नवंबर को होने वाले ग्रामसभा से विधानसभा किसान शंखनाद रैली कार्यक्रम मैं सम्मिलित होकर शक्ति प्रदर्शन दिखाने के लिए अपनी मांगो के साथ सम्मिलित होने के लिए किसानों से चौपाल लगाकर आह्वान किया। आज बुधवार को भारतीय किसान संघ के संभागीय अध्यक्ष कल्याण सिंह यादव की अध्यक्षता में बैराड़ तहसील क्षेत्र के बालापुर, खटका, भोंराना, ककरोआ, भिलोड़ी, बूढदा सहित आधा दर्जन ग्रामों में जाकर किसान संघ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित होने का आह्रान किया।
संभागीय अध्यक्ष ने ग्रामसभा के दौरान बताया कि किसान संघ किसानो की 18 सूत्रीय मांगो के लेकर विधानसभा तक पहु़चेगा मांगो में यह है कि प्रदेश सरकार खेती किसानी से संबंधित विषयों पर चर्चा हेतु विधानसभा का सात दिवसीय विशेष सत्र बुलाए। वर्तमान में अतिवृष्टि वायरस, अफलन से हुए नुकसान की भरपाई कर, पुराने किसानों के भावांतर, मुआवजा, बीमा की राशि का अति शीघ्र भुगतान करें साथ ही, आपके द्वारा की गई घोषणा अनुसार डिफाल्टर किसानों का ब्याज माफ कर उन्हें सोसायटीओं से खाद बीज प्रदान किया जाए। मुख्यमंत्री कृषि पंप अनुदान योजना अति शीघ्र चालू की जाए।
सभी ओवरलोड ट्रांसफार्मरों को अंडर लोड कर जले हुए ट्रांसफार्मर 24 घंटे में उपलब्ध करवाया जाए,ट्रांसफार्मर को लेकर एक एंबुलेंस सेवा सबडिवीजन स्तर पर चालू की जाए। जिन किसानों की विद्युत पंपों की बिना जांच किए बाहर वृद्धि की गई है उसे अतिशीघ्र वापस लिया जाए। सभी वितरण केंद्र स्तर पर बिजली समस्या समाधान के कैंप लगाकर तत्काल किसानों की समस्याएं एवं बिलों की समस्याएं हल की जाए। मुख्यमंत्री खेत सड़क योजना एवं बलराम तालाब योजना पुन्य अति शीघ्र चालू किया। प्रदेश के अंदर सभी नहरों की मरम्मत की जाए ताकि समय पर किसानों को पूरा पानी दिया जा सके।
भारतीय किसान संघ के संभागीय अध्यक्ष श्री यादव ने कहा कि इसके साथ ही यह मांगे भी है जिनको लेकर किसान संघ संघर्ष करता आ रहा है पूरे प्रदेश में सभी देसी गोपालक किसान को रुपए 900 प्रति गाय प्रतिमाह दी जाए। प्रदेश में जैविक कृषि को प्रोत्साहन देने के लिए जैविक कृषि बोर्ड का गठन किया जाए मुख्यमंत्री सम्मान निधि की राशि 4000 रूपए से बढ़ाकर 10000 दी जाए। राजस्व के प्रकरणों का पंचायत स्तर पर कैंप लगाकर अति शीघ्र समाधान किया जाए।
जमीन क्रय करने वाले व्यक्ति को रजिस्ट्री के बाद अधिकतम 7 दिवस के अंदर नामंत्रण भी किया जाए ताकि जालसाजी से बचा जा सके। प्रदेश में जंगली जानवरों एवं आवारा पशुओं से कृषि क्षेत्र की रक्षा कर उससे होने वाले नुकसान की अति शीघ्र भरपाई की जाए। जिन क्षेत्रों में कृषि भूमि की गाइडलाइन बहुत कम है उसे बढ़ाया जाए और भूमि अधिग्रहण करते समय किसानों को गाइड लाइन का 4 गुना मुआवजा दिया जाए। अति आवश्यक होने पर ही उपजाऊ भूमि का अधिग्रहण किया जाए।
प्रदेश की मंडियों में कार्यरत महिला मजदूरों को हम्माल का दर्जा दिया जाए। प्रदेश के विकास प्राधिकरण को बंद किया जाए जिससे योजना के नाम पर किसानों के साथ होने वाली लूट बंद हो सकेगी क्योंकि वर्तमान में अनेक कॉलोनाइजर सस्ते और सुलभ भूखंड जनता को उपलब्ध करवा रहे हैं। प्रदेश की मंडियों में मानक परीक्षण हेतु ढोंकेज टेस्टिंग मशीनें लगाई जाए एवं कृषि उपज तोलने हेतु 10 टन के फ्लैट कांटे लगाया जाएं।
भारतीय किसान संघ द्वारा बनाए गए सभी FPO को सभी प्रकार की सरकारी सहायता उपलब्ध कराई जाए। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर इसके बाद भी इन मांगो की सुनवाई नहीं की गई तो आगामी 22 नवंबर 2022 को भारतीय किसान संघ मध्यप्रदेश विधानसभा घेराव का कार्य करेगा।