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लगातार बारिश से सिंध नदी उफान पर, मडीखेड़ा डैम के 8 गेट खोले; पचावली सहित कई गांवों में बाढ़ का खतरा

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शिवपुरी। जिले में लगातार हो रही बारिश से हालात फिर बिगड़ने लगे हैं। नदियां और नाले उफान पर हैं, वहीं सिंध नदी का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। हालात को देखते हुए अटल सागर मडीखेड़ा डैम के 8 गेट खोल दिए गए हैं और 2564 क्यूमेक पानी छोड़ा जा रहा है। प्रशासन ने आसपास के गांवों और निचले इलाकों के लोगों को अलर्ट कर दिया है और नदी किनारे न जाने की अपील की है।

गुरुवार सुबह तक सिंध नदी का पानी कोलारस विधानसभा क्षेत्र के पचावली गांव में बने पुराने पुल तक पहुंच गया था। दोपहर होते-होते जल स्तर तेजी से बढ़ा और पुल से लगभग 5 फीट ऊपर तक पानी बहने लगा। इसे देखते ही ग्रामीणों में दहशत फैल गई और लोग अपने घरों और सामान को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की तैयारी में जुट गए।

भारी बारिश और सिंध नदी के उफान का असर सड़क मार्गों पर भी पड़ा है। बदरवास–बिजरौनी खतौरा मार्ग पर घुरवार घाट स्थित पुल के ऊपर से पानी बहने लगा, जिससे सुबह से ही आवागमन पूरी तरह बंद हो गया। इससे दोनों ओर के गांवों का संपर्क कट गया और लोग फंसे हुए हैं।

गौरतलब है कि बीते माह 28 और 29 जुलाई की रात को सिंध नदी में आई भीषण बाढ़ से पचावली, सांगेश्वर, पचावला और पिपरौदा सहित कई गांवों में भारी तबाही मची थी। कई परिवार बेघर हो गए थे, वहीं किसानों की खड़ी फसलें पानी में डूबकर बर्बाद हो गई थीं। सरकार ने मुआवजा वितरित कर राहत देने की कोशिश की थी, लेकिन मुश्किल से एक माह बाद ही फिर वही हालात बन रहे हैं।

औसत से 1.64 गुना ज्यादा बारिश
मानसून इस बार शिवपुरी जिले पर खासा मेहरबान है। 1 जून से 4 सितम्बर तक जिले में 1341.79 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है। यह जिले की सामान्य औसत वर्षा 816.3 मि.मी. के मुकाबले लगभग 1.64 गुना है। पिछले साल पूरे मानसून सीजन में 1291.84 मि.मी. बारिश हुई थी, जबकि इस बार अभी तक ही उससे ज्यादा बरसात हो चुकी है।

तहसीलवार बारिश में नरवर (1765 मि.मी.) और बदरवास (1512.50 मि.मी.) सबसे आगे हैं। शिवपुरी में 1173.70, बैराड़ में 1326, पोहरी में 1421, करैरा में 1395.90, पिछोर में 1039, कोलारस में 1290 और खनियाधाना में 1153 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है। जिले के सभी क्षेत्रों में औसत से अधिक बारिश हो चुकी है।

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