भ्रष्टाचार के आरोप में आंगनवाड़ी भर्ती पर सवाल: वीडियो वायरल होते ही पोहरी परियोजना अधिकारी का कार्यभार बदला

शिवपुरी। जिले में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं की भर्ती प्रक्रिया एक बार फिर विवादों में आ गई है। शुक्रवार को पोहरी परियोजना अधिकारी नीलम पटेरिया का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसमें वे भर्ती प्रक्रिया में पैसे के लेन-देन की बात करती नजर आ रही हैं। करीब सात मिनट के इस वीडियो ने जिले में हड़कंप मचा दिया।
वीडियो में नीलम पटेरिया को पोहरी जनपद की एक महिला सदस्य के पति से बातचीत करते हुए सुना जा सकता है, जिसमें वे कहती हैं-“लिफाफा एसडीएम और जिला अधिकारी तक जाता है। अगर काम नहीं हुआ, तो तुम्हारे 50, 1 और 2 वापस ले जाना।” आगे वे यह भी कहती हैं- भाभी जी जनपद अध्यक्ष बन जाएं, बस उनके साथ हमारी नौकरी चलती रहेगी।” आरोप है कि वीडियो में नजर आने वाला व्यक्ति महिला सदस्य का पति और महिला एवं बाल विकास विभाग की पोहरी इकाई में सभापति है, जो नियुक्तियों में प्रभाव डालना चाहता था। बात नहीं बनने पर उसने यह वीडियो वायरल कर दिया।
वीडियो सामने आते ही कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए नीलम पटेरिया का कार्यभार बदल दिया। उन्हें जिला बाल संरक्षण अधिकारी कार्यालय, शिवपुरी में पदस्थ किया गया है, जबकि पोहरी परियोजना का प्रभार अब शिवपुरी ग्रामीण के परियोजना अधिकारी अमित यादव को सौंपा गया है। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि यह कदम एमपी ऑनलाइन पोर्टल से संचालित भर्ती प्रक्रिया की निष्पक्षता बनाए रखने और जांच को प्रभावित होने से बचाने के लिए उठाया गया है।
पूरा मामला अब जांच के घेरे में है। एसडीएम पोहरी को वीडियो की प्रमाणिकता की जांच सौंपी गई है। प्रशासन यह पता लगाने में जुटा है कि बातचीत में पैसों का जिक्र किस संदर्भ में हुआ और क्या वास्तव में भर्ती प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश की गई। मामले ने एक बार फिर शिवपुरी जिले में आंगनवाड़ी भर्ती की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।