प्रशासन ने बिना सूचना के तोड दी गौशाला की बाउण्ड्री,मंदिर के महाराज ने खुद को कमरे में बंद कर शुरू किया आमारण अनशन,पूरा प्रशासन मनाने पहुंचे,नहीं माने महाराज

शिवपुरी। आज बैराड में दिन गोल पहाडिया मंदिर पर मंहत द्धारा खुद को अपने ही मंदिर के कमरे में बंद करने के बाद प्रशासन के हाथ पैर फूल गए। मंदिर के मंहंत श्यामदास महाराज ने प्रशासन द्धारा बिना सूचना के मंदिर के पास ही गौशाला की बाउंड्री को तोडने को लेकर नाराज थे। इस मामले को लेकर हिंदू संगठन और मंंदिर से जुडे श्रृद्धालु एकजुट हो गए। देखते ही देखते यहां बडा कारवां बन गया और वहां बैराड टीआई विकाश यादव सहित तहसीलदार मौके पर पहुंचे। जहां महाराज को मनाने का खाफी प्रयास किया। परंतु महाराज अपने प्रण पर डटे रहे।
जानकारी के अनुसार कल बैराड में तहसीलदार सहित प्रशासन ने अवैध निर्माण को हटाते हुए लगभग डेढ करोड की सरकारी जमींन पर कब्जा हटाया गया था। इस कब्जे को हटाने के दौरान गोल पहाडिया पर नवनिर्माणाधीन गौशाला की बाउंडी को भी प्रशासन ने जमींदोज कर दिया था। जिसके चलते आज इस मंदिर के मंहत श्यामदास महाराज ने विरोध करते हुए अपने आप को एक कमरे में बंद कर लिया और आमरण अनसन की घोषणा कर दी। महाराज से प्रशासन ने बातचीत करने के लिए गेट खोलने का आग्रह किया। परंतु महाराज अपनी बात पर अडे रहे। देखते ही देखते यहां बैराड के प्रबुद्धजन जा पहुंचे और महाराज की मांग को जायज बताते हुए उनके साथ खडे रहे।
इसी दौरान बजरंग दल और विश्वहिंदू परिषद की टीम को इस मामले की सूचना मिली और वह मौके पर पहुंचे। जहां उन्होंने भी महाराज की मांग का समर्थन करते हुए जमकर प्रदर्शन किया। उसके बाद प्रशासन ने जब विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की टीम को इस गौशाला के लिए भूमि आरक्षित करने का आश्वासन दिया तब महाराज से आग्रह किया और उनका अनशन तुडवाया। इसके साथ ही सभी लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि अगर गौशाला के लिए जमींन आरक्षित नहीं की गई तो यहां उग्र आंदोलन किया जाएगा।
