पशुपालन विभाग में धांधली: नियमों को दरकिनार कर दिव्यांग को छोड़कर कर ली मनमानी भर्ती, अब बोले जांच करा लेते है

शिवपुरी। पशु चिकित्सा विभाग शिवपुरी ने मप्र शासन के दिव्यांगजनों की भर्ती के लिए चलाए जा रहे अभियान में ही धांधली कर डाली ।पशु चिकित्सा विभाग शिवपुरी में दिव्यांजनों की चतुर्थ श्रेणी में भर्ती के लिए दो श्रेणियों में दो पदों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया और आवश्यक दस्तावेज सहित आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि तीन अगस्त निर्धारित की।निर्धारित तिथि तक आए आवेदनों की जांच के बाद पात्र आवेदको की सूची जारी कर तेरह अगस्त को साक्षात्कार के लिए बुलाया,साक्षात्कार उपरांत जारी चयनित अभ्यर्थियों की सूची देख सभी के होश उड़ गए क्योंकि जिन दो लोगो का चयन समान पद के लिए किया गया उन दोनो को ही एक दूसरे के विपरीत मापदंडों से चयनित किया गया।
जहा एक और श्रवण बाधित की श्रेणी में महज आठवी पास आमिर खान को एक प्राइवेट संस्था में दो वर्ष कार्य करने के अनुभव को आधार बनाकर चयन किया गया,जबकि जिस प्राइवेट चिकित्सक के यन्हा का अनुभव प्रमाण पत्र मान्य किया गया है
उस संस्था में उसका कोई रिकॉर्ड नहीं है,जबकि इस श्रेणी में एक नई कई आवेदक उससे अधिक योग्यता के साथ साथ कंप्यूटर प्रशिक्षण प्राप्त थे,इस श्रेणी में अतिरिक्त योग्यता को यह कहते हुए नकार दिया कि इस पद के लिए इन योग्यत्ताओ की कोई आवश्यकता नही जबकि इसी पद के लिए बहु विकलांगता श्रेणी में कम प्रतिशत अंक लाने वाले कृष्णा चतुर्वेदी को कंप्यूटर ज्ञान के आधार पर चयन कर 97% अंक प्राप्त अभ्यर्थी को चयनित नही किया गया,आनन फानन में इन दो पदों पर नियुक्ति देकर दोनो को ही बिना पुलिस वेरिफिकेशन के ज्वाइन भी करा दिया गया जबकि शासकीय सेवा में किसी भी पद पर ज्वाइनिंग से पहले पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य रूप से लिया जाता है।
कुल मिलाकर शासन के दिव्यांगजन भर्ती के इस सीधी भर्ती अभियान में भी भ्रष्ट अधिकारी नही चूके तो अन्य भर्तियों में ये क्या करते होंगे समझा जा सकता है। इन दोनो श्रेणियों में भर्ती प्रक्रिया में आए आवेदको ने शासन और प्रशासन से इन दोनो पदो मे की गई नियम विरुद्ध भर्ती की जांच कर भर्ती की निरस्त करने की मांग करते हुए दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग की है।