बैराड़ क्षेत्र में वनविभाग की मिलीभगत से हो रहा है हरे-भरे जंगलों का संहार: मोटी रकम वसूल रक्षक ही बन रहे है भक्षक-SHIVPURI NEWS

प्रिंस प्रजापति@शिवपुरी। खबर जिले के बैराड़ से है। जहां वनविभाग कर्मचारियों की मिलीभगत के चलते जंगलों का सफाया रूकने का नाम नहीं ले रहा है। इतना ही नहीं सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार क्षेत्र के जंगलो में पेड़ो को काटकर लोगों ने वनविभाग की जमीन पर कब्जा जमा रखा है। आंखों के सामने हो रहे जंगलों के विनाश को देखकर वनविभाग के अधिकारियों का इस ओर ध्यान न देना उनकी मिलीभगत होने का बता रहा है।
बताया गया है जब वनविभाग के कर्मचारियों को जंगल कटने या कब्जाने या वनभूमि पर खेती करने की सूचना प्राप्त होती है तो अधिकारी जाते है पर जो काम नहीं होना चाहिए वह फिर खुलेआम होता है इससे प्रतीत होता है कि बैराड़ क्षेत्र के जंगलो को नष्ट करने और भूमाफियाओं को जमीन कब्जाने में इन भ्रष्ट अधिकारिओं की मिलीभगत है।
बैराड़ के पास के गांव के रहने बाले एक किसान ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि बैराड क्षेत्र के आसपास के जंगल जिनपर कभी हजारो पौधे लगे हुए थे। बहां अब खेती की जाने लगी है इतना ही नहीं कई जगह की वनविभाग की जमीन पर आज भी कब्जा जमा हुआ है मामले में वनविभाग बैराड़ के अधिकारियों पर उनसे मोटी रकम लेने का आरोप लगाया है।
बता दे कि बीते अंक में हमारे द्धारा कुछ गांवों के नाम भी दर्शाए गए थे। लेकिन किसी वनविभाग के कर्मचारी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया है इससे वनविभाग बैराड़ की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े होते है।
इनका क्या कहना है।
इस समय में चार्ज में नहीं हूं, लेकिन आपके द्धारा इस मामले में प्रकाशन के बाद मैने स्वंय इस संबंध में अधिकारियों से बात की है, और टीम को बहां भेजने के निर्देश दिए है। अब इस संबंध में उन से जानकारी प्राप्त नहीं हुई है। में पुन: इसे दिखावाती हूं और जो भी दोषी है उन पर कार्यवाही होगी।
श्रुति राठौर, रेंजर पोहरी
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