Picsart 24 06 17 12 47 37 053

दिग्विजय सिंह EVM पर अरण्य रुदन बंद करें: सुरेन्द्र शर्मा

Picsart 24 06 17 12 43 53 222
www.swatantrashivpuri.com

शिवपुरी। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेन्द्र शर्मा ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह से ईवीएम पर अरण्य रुदन बंद करने को कहा है। सुरेन्द्र शर्मा ने कहा दिग्विजय सिंग जी आज सोशल मीडिया पर ईवीएम को लेकर आपका “अरण्य रुदन” देखा,आपके लिये तो ईवीएम खराब होगी ही क्योंकि आप लगातार दो चुनाव हार चुके हैं आपके लिये तो “अंगूर खट्टे हैं”।।

सुरेन्द्र शर्मा ने कहा दिग्विजय सिंह जी में आपका ध्यान ईवीएम को लेकर संसद में हुई बहस पर दिलाना चाहता हूं तब आपकी सरकार के मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा था “ईवीएम एक केलकुलेटर है , ईवीएम में बाहर से कोई कनेक्टिविटी नहीं है,ईवीएम का चिप सिर्फ इस तरह से बनाया गया है कि बटन दबाने के कमांड को ही याद रखता है। ईवीएम न ब्लूटूथ से कनेक्ट हो सकता है ना किसी एक्सटर्नल डिवाइस से कनेक्ट हो सकता है। आप लोग(बीजेपी) ईवीएम पर इसीलिए शोर मचा रहे हो क्योंकि आप लोगों का कोई जनाधार नहीं है आप लगातार दो बार लोक सभा चुनाव हार चुके हो”।

सुरेन्द्र शर्मा ने आरोप लगाते हुये कहा दिग्विजय सिंह जी आप तो बैलेट पेपर से चुनाव चाहेंगे ही क्योंकि मुख्यमंत्री रहते हुये आपने कहा था चुनाव विकास से नहीं मैनेजमेंट से जीते जाते हैं।
1996 के राजगढ़ लोकसभा चुनाव में में भी था तब कैसे आपके समर्थकों ने आतंक मचाया था बूथ लूटे गए थे मत पत्र फाड़े गए थे भाजपा कार्यकर्ताओं को मार मार कर भगाया गया था,मत पेटियां छीन कर कुंए में फैंकने की घटनाएं भी आपकी ही सरकार के समय हुई थी।

सुरेन्द्र शर्मा ने कहा दिग्विजय सिंह जी इसी ईवीएम से हुये चुनाव में हिमाचल और कर्नाटक में आपकी सरकार बनी है। लोकसभा चुनाव में आपकी पार्टी 99 सीट पर पहुंची है आपके शिष्य राहुल गांधी दो दो जगह से चुनाव जीते हैं,आप तो जरा यह भी बता दीजिए कि ईवीएम में ऐसी छेड़ छाड़ कैसे संभव है कि आपके भाई लक्ष्मण सिंह 65000 से चुनाव हार गये और आपका बेटा 4000 से चुनाव जीत गया। सुरेन्द्र शर्मा ने कहा दिग्विजय सिंह जी अच्छा तो यह होगा कि आप जनादेश को स्वीकार कीजिए और लोकतंत्र का सम्मान कीजिए और ईवीएम को लेकर यह “अरण्य रुदन “बंद कीजिए।।

Advertisement

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *