शिवपुरी की NEET की छात्रा काव्या का कोटा से अपहरण: पिता के पास 30 लाख की फिरौती का फोन,हाथ बंधे फोटों भी भेजे, इंदौर से मिल रही थी धमकी, पुलिस ने एक को उठा लिया

शिवपुरी। खबर जिले के बैराड से आ रही है। जहां बैराड के एक स्कूल संचालक की 20 साल की बेटी को अज्ञात आरोपीयों ने अपहरण कर बंधक बनाने के फोटों खींचकर पिता के नंबर पर भेजे है। उसके बाद आरोपीयों ने फिरौती के लिए फोन लगाते हुए 30 लाख रूपए की फिरौती मांगी है। इस मामले की शिकायत पीडित पिता ने तत्काल कोटा पुलिस को की। जहां पुलिस तत्काल सक्रिय हुई। जहां पुलिस ने जब इस मामले को क्रॉस बैरीफाई किया तो पुलिस इस मामले को संदेहाष्पद मान रही है।
जानकारी के अनुसार राजस्थान के कोटा से NEET की तैयारी कर रही शिवपुरी के बैराड में स्थिति लॉर्ड लखेश्वर स्कूल के संचालक रघुवीर धाकड की 20 साल की बेटी काव्या धाकड हॉस्टल में रहकर पढाई कर रही थी। बीते रोज बदमाशों ने उसके पिता के वॉट्सएप नंबर पर इसकी जानकारी दी। साथ ही, लड़की की फोटो भी भेजी। उसमें लड़की के हाथ-पैर और मुंह बंधे हुए हैं। छात्रा को छोड़ने के एवज में 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई है। छात्रा के पिता शिवपुरी के बैराड़ थाना क्षेत्र में रहते हैं। कोटा पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी हुई है। शिवपुरी एसपी अमन सिंह राठौड़ ने मामले की जानकारी लेने और सहयोग की बात कही है।
बताया गया है कि लार्ड लखेश्वर स्कूल के संचालक रघुवीर धाकड़ की बेटी काव्या धाकड़ (20) सितंबर 2023 से कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रही है। सोमवार की दोपहर 3 बजे रघुवीर के मोबाइल पर एक व्हाट्सएप मैसेज आया। इसमें छात्र के हाथ-पैर और मुंह बंधे हुए फोटो थे। कुछ फोटों में छात्रा के चेहरे पर खून भी दिख रहा है। फोटो भेजने वाले ने मैसेज में लिखा कि रघुवीर की बेटी को किडनैप कर लिया गया है। उसे जिंदा छोड़ने की एवज में 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई।
मैसेज भेजने वाले ने बैंक खाते की डिटेल भी भेजी। इसमें अकाउंट नंबर 1859010019355 और IFSE code BARB0TRANSP भी है। उसने सोमवार शाम तक रुपए जमा करने को कहा है। पिता ने इतने रुपए नहीं होने और बंदोबस्त करने का समय देने की बात कही तो मैसेज भेजने वाले ने छात्रा को मारने की धमकी दी।
पिता बोले रविवार रात को मां-बेटी की बात हुई थी
पिता की रविवार को हुई थी बात,दीपावली पर घर आई थी
रघुवीर ने रिपोर्ट में पुलिस को बताया कि बेटी को सितंबर 2023 में कोटा छोड़कर गए थे। विज्ञान नगर इलाके में स्थित एक कोचिंग संस्थान में उसका एडमिशन करवाया था। इसी इलाके में उसे रूम भी दिलवाया था। आखिरी बार बेटी दीपावली पर घर आई थी। उससे रोज फोन पर बात होती थी। रविवार रात को भी बेटी की उसकी मां से बात हुई थी। तब उसने एग्जाम देकर आने की बात कही थी।
पहले इंदौर में रह रही थी,पिता का आरोप इंदौर से मिल रही थी धमकी
छात्रा के पिता रघुवीर धाकड़ ने बताया कि कोटा पुलिस ने रात 3 बजे मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस बेटी की तलाश में जुटी हुई है। रघुवीर धाकड़ ने बताया दो साल पहले बेटी इंदौर में रहकर नीट की तैयारी कर रही थी। जहां पोहरी अनुविभाग क्षेत्र के जरियाखेड़ा गांव के रहने वाले रिंकू धाकड़ ने बेटी को परेशान किया था। इसकी शिकायत इंदौर पुलिस में दर्ज कराई थी। इसके बाद बेटी के नंबर पर अनुराग सोनी और हर्षित नाम के लड़कों से उसे धमकी मिलने लगी थी। इसके बाद बेटी को इंदौर से वापस शिवपुरी बुला लिया था। बेटी 6 माह तक शिवपुरी रही। इसके बाद उसे नीट की तैयारी के लिए कोटा भेज दिया था।
कोचिंग संस्थान के हेड बोले काव्या के नाम से कोई लडकी नहीं पढती,हॉस्टल संचालक बोले हमारे यहां नहीं रहती यह छात्रा
पीडब्ल्यू कोचिंग के कोटा हेड दिनेश जैन ने बताया- लड़की के नाम (काव्या धाकड़) से कोचिंग में कोई रजिस्ट्रेशन नहीं है। उधर, लड़की के पिता रघुवीर ने कहा कि काव्या का एडमिशन उन्होंने कोचिंग में कराया था। अब कोचिंग संस्थान इससे मना कर रहा है। काव्या टेस्ट देने गई थी। टेस्ट के लिए कोचिंग से मैसेज आया था। इसको लेकर कोचिंग प्रबंधन ने कहा कि कोचिंग से मैसेज नहीं भेजा गया है। कोचिंग संस्थान प्राइवेट नंबरों से मैसेज नहीं भेजता है। ऐसे में पूरी घटना को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। दूसरी ओर, हॉस्टल संचालक पारस कुमार ने भी काव्या के अपने यहां रुकने की बात से इनकार किया है। उन्होंने साफ कहा कि काव्या नाम की लड़की कभी हॉस्टल आई ही नहीं है।
कोटा पुलिस ने एक युवक को राउंडअप किया
मामले में पुलिस के हाथ कई अहम सुराग लगे हैं। कोटा शहर एसपी अमृता दुहान ने बताया कि पुलिस टीमों का गठन कर मामले की जांच में लगा दिया गया। सोमवार देर रात घरवाले कोटा पहुंचे। सूत्रों के अनुसार जयपुर के सिंधी कैंप से एक युवक को राउंड अप भी किया गया है। उससे अभी पुलिस जानकारी जुटा रही है। इस मामले में शिवपुरी पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड ने भी कोटा पुलिस को आश्वासन दिया है कि उन्हें जो भी मदद चाहिए हमारी पुलिस आपके साथ खडी है।