टीका लगाने के बाद ढाई साल की मासूम की मौत,थाने में शिकायत, जांच के लिए टीम गठित

शिवपुरी। खबर शहर के देहात थाना क्षेत्र के बांसखेडी गांव से आ रही है। जहां एक आंगनवाडी केन्द्र पर मंगलवार को एक एएनएम ने ढाई साल की मासूम को टीका लगाया। उसके बाद मासूम की हालात बिगडने लगी। तत्काल परिजनों उसे लेकर अस्पताल पहुंचे। जहां मासूम की मौत हो गई। इस मामले में परिजनों ने मासूम को दफना दिया और उसके बाद आज परिजनों ने आज देहात थाने पहुंचकर इस मामले की शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने दफनाए शव को परिवार द्वारा बाहर निकलवाने के बाद मर्ग कायम कर शव का पोस्टमार्टम कराने की बात कही है। वहीं, टीकाकरण अधिकारी ने जांच के लिए AFI टीम बनाई है।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ संजय ऋषेश्वर ने बताया कि 20 फरवरी को 200 आंगनवाड़ी केंद्रों पर बच्चों को टीकाकरण कराया गया था। इनमें से एक बांसखेड़ी गांव की आंगनबाड़ी केंद्र भी शामिल था। 200 आंगनवाड़ी केंद्रों पर जिले में 400 बच्चों का टीकाकरण मंगलवार को कराया गया था। जिनमें से तीन बच्चे बांस खेड़ी गांव के शामिल थे। उन्हीं तीन बच्चों में से एक बच्ची की मौत हुई है। जबकि जिले के सभी बच्चे स्वस्थ हैं।
जानकारी के अनुसार मासूम बच्ची की मौत के बाद परिजनों ने मंगलवार को बच्ची के शव को दफना दिया था। लेकिन आज बच्ची की मौत की शिकायत बसंती ने देहात थाना में पहुंचकर दर्ज कराई और मौत का कारण लगाए गए गलत टीके को बताया। देहात थाना प्रभारी विकास यादव का कहना है कि उक्त मामले में परिजनों को दफनाए गए शव को निकालकर लाने की बात कही गई है। इसके बाद मर्ग कायम कर बच्ची के शव का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। तदुपरांत पीएम रिपोर्ट आने के बाद मामले की जांच की जाएगी।
जांच के लिए AFI टीम गठित
बता दें मंगलवार को जिले भर में बच्चों का टीकाकरण किया गया था। इस टीकाकरण में पोलियो की दवा के साथ पीसीवी, पेंटा, रोटा, एफआईवी का वैक्सीनेशन का अभियान चलाया गया था। लेकिन टीका लगने के बाद एक मासूम की तबीयत बिगड़ने के बाद उसकी मौत हो गई।
इस मामले जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ संजय ऋषेश्वर का कहना है कि बच्ची की मौत के कारणों की जांच के लिए डॉक्टरों की AFI टीम गठित की गई है। जिसकी एक रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर बनाई जाएगी। वहीं दूसरी रिपोर्ट 7 दिनों के भीतर विभाग सौंपी जायेगी। इन्हीं रिपोर्ट के आधार वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
