राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस: मिलावटखोरों को मिल रही क्लीन चिट, RO वाटर की जांच करने से किया इन्कार, CEO भी रह गए चुप

शिवपुरी। जिले में मिलावटखोरी बहुत ज्यादा बड़ चुकी है जो कि चरम पर है। मसालों से लेकर अन्य खाद्य सामग्री में जमकर मिलावट की जा रही है बावजूद इसके शिवपुरी जिले के फूड सेफ्टी इंस्पेक्टर मिलाटवखोरों को क्लीन चिट दे रहे हैं। रविवार को राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस के कार्यक्रम में इंस्पेक्टर ने एक उपभोक्ता के सवाल पर स्पष्ट कह दिया कि हम आरओ वाटर की जांच नहीं कर सकते। महत्वपूर्ण बात यह है कि अचानक कार्यक्रम में आए जिला पंचायत सीईओ भी पूछकर रह गए कि क्या जांच नहीं हो सकती, लेकिन यह किसी ने नहीं बताया कि आखिर आरओ वाटर की जांच करेगा कौन?।
दरअसल, पोहरी रोड स्थित जिला पंचायत के सभागार में आज दोपहर 12 बजे से राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस का कार्यक्रम शुरू होना था, लेकिन उपभोक्ता अधिकार संगठन से जुड़े लोगों के इंतजार में यह कार्यक्रम 12.45 बजे शुरू हो सका। कार्यक्रम में पेट्रोल पंप व्यवसायी तरुण अग्रवाल ने बताया कि अब सभी कुछ ऑनलाइन हो चुका है, तथा दिल्ली-मुंबई में बैठे हैड ऑफिस के लोग शिवपुरी के पेट्रोल पंप को देखकर निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मिलावटी पेट्रोल की जांच के लिए फिल्टर पेपर पंप पर मौजूद रहता है, पेट्रोल डलवाने से पहले जीरो अवश्य देखें। इसी क्रम में सीएनजी पंप संचालक पुनीत ने भी महत्वपूर्ण जानकारी दी। इस दौरान युवा उपभोक्ता शिवानी लोधी ने आधी इंग्लिश व आधी हिंदी में उपभोक्ता व दुकानदार के बीच होने वाले व्यवहार एवं रेटों में असमानता के संबंध में भी सवाल पूछे, जिन्हें जिम्मेदार बैठकर सुनते रहे। कार्यक्रम में आम उपभोक्ता की बजाए फूड विभाग के अधिकारियों के अलावा कंट्रोल की दुकानों के सेल्समैन, ग्राहक पंचायत के पदाधिकारी व उपभोक्ता प्रतितोषण फोरम के पदाधिकारी मौजूद रहे।
बता दें कि कार्यक्रम के दौरान जिला पंचायत सीईओ उमराव मरावी आ गए। उस दौरान आरओ वाटर की जांच का मुद्दा चल रहा था। सीईओ ने पूछा कि जो कैंपर शहर में बांटे जा रहे हैं, उसकी जांच कौन करेगा?, इस पर वहां मौजूद कोई भी व्यक्ति जवाब नहीं दे पाया तो सीईओ भी चुप हो गए। बड़ा सवाल यही है कि उपभोक्ता दिवस के कार्यक्रम में यह जिम्मेदारी कोई नहीं ले रहा था कि आखिर पूरे शहर एवं सरकारी दफ्तरों में सप्लाई होने वाले आरओ वाटर की जांच करने वाला कोई नहीं है।
इस उपभोक्ता दिवस के कार्यक्रम में जब फूड सेफ्टी इंस्पेक्टर आशुतोष मिश्रा ने बोलना शुरू किया तो वहां मौजूद आम उपभोक्ता हरवीर सिंह चौहान ने मिश्रा से पूछा कि आपने अभी तक शिवपुरी या जिले में कभी आरओ वाटर की जांच की है क्या?। इस सवाल पर मिश्रा ने कहा कि हम सिर्फ पैकिंग वाले पानी की जांच कर सकते हैं, हमें लूज वाटर (खुला पानी) चेक करने का अधिकार नहीं है। इस पर कार्यक्रम का संचालन कर रहे गिरीश मिश्रा ने कहा कि आरओ वाटर के कैंपर अधिकांश घरों व दफ्तरों में जा रहे हैं, तो उसकी क्वालिटी की जांच कोई तो करता होगा। वहां मौजूद उपभोक्ताओं के अधिकार की बात करने आए अतिथियों से लेकर अधिकारियों में से किसी ने नहीं बताया कि आरओ वाटर की जांच कौन करेगा?।
बता दें कि फूड सेफ्टी इंस्पेक्टर आशुतोष मिश्रा बता रहे थे कि यदि दूध में डिटर्जेंट की मिलावट हो या फिर उसमें यूरिया मिलाया है तो उसकी टेस्टिंग कैसे की जाती है। साथ ही मिश्रा ने कहा कि शिवपुरी जिले में कहीं पर भी डिटर्जेंट व यूरिया वाला दूध नहीं बिक रहा है, इस बात की गारंटी वो जब दे रहे थे, तभी उपभोक्ता हरवीर सिंह ने पूछा कि क्या कॉलोनी-मौहल्लों में जो डेयरी संचालित है, उनका आपके पास पंजीयन है क्या?। चूंकि ऐसी डेयरियों से फूड विभाग का सीधा लेनदेन रहता है, इसलिए वो इस सवाल पर चुप्पी साध गए।
