नपा के जिम्मेदारोें ने भ्रष्टाचार के मामले को दबाने नहीं दिया RTI का जवाब,आयुक्त ने लगाया 25 हजार का जुर्माना

शिवपुरी। इन दिनों शिवपुरी शहर भ्रष्टाचार का गढ बना हुआ है। यहां अधिकारी और कर्मचारी भ्रष्टाचार में इतने डूबे हुए है कि यहां वह खुलेआम भ्रष्टाचार कर रहे है और जिम्मेदार बैठकर तमाशा देख रहे है। ऐसा ही मामला बीते रोज प्रकाश में आया। जब आरटीआई की जानकारी नहीं देने पर आयुक्त ने नपा के जिम्मेदारों को 25 ​हजार रूपए का जुर्माना देने का आदेश जारी किया है।

विदित हो कि शिवपुरी के सिद्धेश्वर कॉलोनी निवासी देवेन्द्र चौरसिया ने बीते 22 दिसम्बर 2022 को आरटीआई से जानकारी मांगी कि शहर में लगभग 50 से अधिक पार्क और उद्यान है। ​लेकिन देख रेख के अभाव में यह दुर्गति का शिकार हो रहे है। यह पार्क नशेलचीयों का अड्डा बने हुए है। परंतु दूसरी और इन पार्को के नाम पर लगभग 100 माली वेतन ले रहे है। जिसमे शिवपुरी नगर पालिका में काम कर रहे समस्त मालियों की नियुक्ति सम्बन्धित दस्तावेजों की पूरी जानकारी उपलब्ध कराई जाए। जिसपर से सीएमओ ने यह पत्र संबंधित शाखा के गौरव दुबे के साथ उचित कार्यवाही के लिए प्रेषित किया गया।

परंतु भ्रष्टाचार के गढ शिवपुरी नगर पालिका के स्वास्थ्य शाखा के कर्ता धर्ता गौरव दुबे ने इस जानकारी को ही दबाकर रख लिया। जिसके चलते अपीलकर्ता ने अपने अधिवक्ता अभय जैन के माध्यम से इस मामले को राज्य सूचना आयोग के पास भेजा। जिसपर से यह अपील माननीय राज्य सूचना आयुक्त राहुल सिंह ने स्वीकार करते हुए जिम्मेदारों को जवत तलब किया। परंतु सीएमओ केशव सिंह सगर और स्वास्थ्य शाखा के गौरव दुबे को आयुक्त ने तलब किया।

जहां दोनों पक्षों की सुनवाई करते हुए माननीय आयुक्त ने पाया कि इस मामले में नपा के स्वास्थ्य शाखा का प्रभार देख रहे गौरव दुबे ने किसी बिना ठौस कारण के इस मामले में जानकारी को लटकाकर रखा।​ जिसके चलते माननीय न्यायाल ने गौरव दुबे को दोषी पाते हुए इस मामले में लोक सूचना अधिकार अधिनियम की धारा 20(1) के तहत इनपर 25 हजार रूपए का जुर्माना लगाया है। इसके साथ ही उनकी यह सजा उनकी सर्विस बुक में भी अंकित करने के साथ साथ ही यह राशि जमा नहीं करने की स्थिति में उनके यह पैसे उनकी बेतन से काटने का भी आदेश जारी किया है।

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