प्रसव के दौरान नवजात की मौत: शव को अस्पताल में रखने तैयार नहीं डॉक्टर, जमकर हंगामा- SHIVPURI NEWS

शिवपुरी। खबर जिला चिकित्सालय से आ रही है। जहां आज रात्रि में प्रसव के दौरान एक नवजात क मौत हो गई। इस नवजात की मौत के बाद डॉक्टरों ने शव को परिजनों को थमा दिया। परंतु ग्रामीण क्षेत्र के परिजनों ने रात में शव को ले जाने में असमर्थता दिखाते हुए कहा कि वह ग्रामीण क्षेत्र से है रात में मासूम के शव को कहा ले जाएगे। सुबह तक वह उसे अस्पताल की मोर्चरी में रखबा दे सुबह शव को ले जाएगे। इसी बात को लेकर जब डॉक्टरों ने मना किया तो परिजनों ने जमकर हंगामा कर दिया।
जानकारी के अनुसार कौशकी चौहान निवासी बिलौनी चौकी मगरौनी को रात्रि में प्रसब पीडा हुई। जिसके चलते परिजन उसे लेकर रात्रि में अस्पताल पहुंचे। रात्रि में कौशकी ने एक नवजात को जन्म दिया। लेकिन कुछ ही देर बाद नवजात की मौत हो गई। जिससे पूरा परिवार दुखी था। प्रसूता के पति सौरभ सिंह चौहान के कहना था कि बच्चे की मौत के सदमे में हम लोग बैठे हुए थे।
इसी दौरान ड्यूटी डॉक्टर अनुराग दण्डौतिया वहां आए और उन्होंने बच्चे के शव को वहां से हटाने के लिए कहा। जब उन्होंने डॉक्टर से कहा कि अभी रात में हम शव को कहां ले जाएगे। सुबह होते ही हम शव को दफना देंगे। रात तक शव को मौर्चरी में रखवाने की व्यवस्था कर दें, लेकिन डॉक्टर ने शव रखने से इन्कार कर दिया और उनके साथ अभद्रता कर दी।
बता दें परिवार के लोगों ने आपत्ति जताने पर डॉक्टर ने गार्ड को बुला लिया था। जब यह पूरा घटनाक्रम वहां मौजूद कुछ युवकों ने देखा तो वह उनके समर्थन में आ गए और डॉक्टर से सवाल जवाब करने लगे जिस पर डॉक्टरों द्वारा प्रोटोकॉल का हवाला दिया गया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों के बीच समन्वय बनाकर नवजात के शव को मॉर्चुरी में रखवाया।
जिससे परिवारजन संतुष्ट हो गए। यहां बता दें कि जिला अस्पताल में नवजात की मौत के बाद शव रखने की व्यवस्था नहीं है और न ही शव को पोस्टमार्टम हाउस रखवाया जाता है जिससे ऐसे मामले से जुड़े परिवारों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।