भाजपा नेता की क्लीनिक में मामा की लाडली बहन के साथ GANG-RAPE: बुलडोजर तो दूर,कांग्रेस भी मुद्दा नहीं बना सकी,पढिए पूरा काला पीला….

सतेन्द्र उपाध्याय @ शिवपुरी। जिले के कोलारस में एक प्रायवेट क्लीनिक में एक महिला ने साथ हुए गैंगरेप के मामले पुलिस ने भले ही आरोपीयों पर कार्यवाही कर मामले में दोनों आरोपीयों को गिरफ्तार कर लिया है। परंतु इस मामले में जिस क्लीनिक में उक्त काण्ड को अंजाम दिया गया है उसे प्रशासन ने खुली छूट दे दी है। बताया जा रहा है कि सीएमएचओं को चढाबा चढाने के बाद इसे खुली छूट मिल गई है और अब प्रशासन फिर से इस क्लीनिक संचालक द्धारा दूसरी घटना करने का इंतजार प्रशासन कर रहा है।
विदित हो कि बीते दिनों जिले के कोलारस क्षेत्र में स्थिति उपकार क्लीनिक पर रात्रि में सिर दर्द की दबा लेने गई एक महिला के साथ इस क्लीनिक के स्टाफ ने ही क्लीनिक के अंदर ही इस महिला के साथ गैंगरेप किया गया। इस मामले में पुलिस ने महिला की शिकायत पर दोनों आरोपीयों के खिलाफ गैंगरेप की धाराओं में मामला दर्ज तो कर लिया है। परंतु इस सीएमएचओं कार्यालय से इस क्लीनिक पर कार्यवाही करने की हिम्मत सीएमएचओं नही कर सके है।
बोट बैंक के डर से कांग्रेस भी बैठी चुप
यहां बता दे कि इस क्लीनिक का संचालक झोलाछाप डॉक्टर उमाचरण धाकड समाज में प्रतिष्ठित छवि का व्यक्ति है। जिसके चलते समाज विशेष के लोग इस बात से नाराज न हो जाए और वोट बैंक में दिक्कत न हो इसलिए इस मुद्दे में कांग्रेस ने भी बात करना तक उचित नहीं समझा।
भाजपा नेता की क्लीनिक में मामा की लाडली बहना से गैंगरेप,आखिर कहा है बुलडोजर ?
बताया जा रहा है कि यह झोलाछाप डॉक्टर क्षेत्र में इतना सेटअप जमाकर बैठा है कि यह क्षेत्र में हर किसी को अपने बलबूते पर मैनेज करने मेें मास्टर माइंड रहता है। यह झोलाछाप डॉक्टर यहां डॉक्टरी के साथ साथ राजनीति में सक्रिय है और अपने आप को भाजपा का पदाधिकारी बताता है। अब भाजपा नेता की क्लीनिक में मामा शिवराज सिंह चौहान की लाडली बहना के साथ गैंगरेप होने के बाद अब समझ से परे है कि आखिर मामा की बुलडोजर क्या गरीब लोगों के लिए ही है।

क्षेत्र में कई क्लीनिक संचालित करता है यह झोलाछाप
बताया जा रहा है कि इस झोलाछाप डॉक्टर उमाचरण धाकड के यह एक ही क्लीनिक नही है बल्कि खरई सहित क्षेत्र में अन्य स्थानों पर यह क्लीनिक संचालित करता है। इसकी क्लीनिक पर इलाज में लापरवाही के चलते कई लोगों की मौत हो चुकी है। पंरतु प्रशासन इस क्लीनिक को दिखाबा करने के लिए सील कर देता है और उसके बाद यह क्लीनिक खोल दी जाती है।
सीएमएचओ की मूक सहमति चर्चा में
इस मामले में अब शिवपुरी सीएमएचओं पवन जैन की भूमिका पर भी सबाल खडे होने लगे है। इतनी बडी घटना घटित हो जाने के बाद भी सीएमएचओं ने इस क्लीनिक पर कार्यवाही करना तो दूर जाना भी उचित नहीं समझा। इसे लेकर अब सबाल किए जा रहे है कि सीएमएचओं ने इसे अपनी मूंक सहमति दे रखी है।
चना खरीदी काण्ड में भी आरोपी है डॉक्टर उमाचरण धाकड
यहां हम बता दे कि डॉक्टर उमाचरण धाकड डॉक्टर कम नेता ज्यादा है। जिसके चलते इस बीते समय कोलारस में ही चना खरीदी का काम मिला था। इस दौरान उमाचरण धाकड ने शासकीय खरीदी केन्द्र पर चना में बजरी मिलाकर शासन को लाखों रूपए का चूना लगाया था। इस मामले को प्रकाश में आने के बाद तत्कालीन एसडीएम आशीष तिवारी ने इस मामले में उमाचरण धाकड के खिलाफ धोखाधडी सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कराया था। यह मामला अभी भी न्यायालय में विचाराधीन है।