नगर पालिका द्धारा संचालित लुधावली गौशाला में फिर एक ही रात में 14 गायों की भूख प्यास से मौत,रघुवंशी बोले गायों की मौत मुख्यमंत्री के लिए शुभ संकेत नहीं है

शिवपुरी। खबर शहर के लुधावली में स्थिति गौशाला से आ रही है। जहां एक बार फिर एक ही रात्रि में भूख प्यास से 14 गायों की मौत हो गई। इन गायों की मौत नगर पालिका की लापरवाही के चलते हुई है। पहले इस गौशाला का संचालक शहर के समा​जसेवी संगठन करते थे। परंतु बीते कुछ दिनों से इस गौशाला पर नगर पालिका ने अपना आधिपत्य जमाते हुए स्वयं इसकी व्यवस्था संभाल रही है और इसी बीच आज रात्रि में 14 गायों की यहां भूख प्यास से तडप तडप कर मौत हो गई और कई गाय यहां मरणासन्न हालात में है।

आज सुबह शिवपुरी की मीडिया का सूचना मिली कि लुधावली स्थिति गौशाला गायों की काल शाला बन गई है। यहां दो दर्जन के लगभग गायों की एक ही रात्रि में मौत हो गई है। जबकि इतनी ही गायें यहां जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रही है। इस सूचना पर टीम मौके पर पहुंची और वहां जाकर देखा तो वहां 14 गाय मृत मिली है। जबकि इतनी ही गाय यहां अपनी अंतिम सांसे गिनते हुए दिखी।

बताया जा रहा है कि इस गौशाला में लगभग 300 गाय मौजूद है। परंतु इस गौशाला का संचालन नपा द्धारा किया जाता है। जहां 300 गायों को खिलाने के लिए महज 6 कट्टे भूसा रखा मिला है। इस बात को लेकर जब नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा से बात की तो उन्होंने यह कहकर पल्ला झाड लिया कि यहां रोज भूसा भिजवाया जाता है।

बताया जा रहा है कि इस गौशाला का संचालन पहले एक समाजसेवी संस्था करती थी। लेकिन बीते कुछ महीनों से इस गौशाला का संचालक नपा करने लगी और इस संस्था के सदस्यों को इस गौशाला में जाने तक पर से प्रतिबंध लगा दिया। जिसके चलते अब इस गौशाला का संचालक करने कोई जिम्मेदार धनी धौरी नहीं बचा और नतीजन यहां प्रतिदिन गाय काल के गाल में समा रही है। गोशाला क्षेत्र के रहने वाले राम प्रसाद ने बताया कि एक ही रात में 14 गोवंश की मौत हुई है। हर रोज गोशाला में इनकी अनदेखी के चलते मौत हो रही है। इस गोशाला में रजिस्टर पर कई कर्मचारियों के नाम चढ़े है लेकिन दो से चार कर्मचारी ही इस गोशाला में काम करते नजर आते हैं। पहले हम सेवाभाव से गोशाला में सेवा करने जाते थे लेकिन अब नपा के द्वारा हमारा जाना प्रतिबंधित कर दिया है।

वीरेन्द्र बोले गौवंश की मौत सीएम शिवराज सिंह के लिए शुभ संकेत नहीं
इस मामले मेें हाल ही में भाजपा को छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने गोवंश की मौत के बाद नाराजगी व्यक्त की है उन्होंने कहा कि मैंने पत्र लिखकर शहर की सड़कों पर घूम रही गायों को कोलारस के धर्मपुरा गोशाला भेजने के लिए आग्रह किया था लेकिन राजनीतिक फायदे के लिए ऐसा नहीं होने दिया। विधायक ने कहा लगातार गोवंश की मौत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लिए शुभ संकेत नहीं है।

रामजी व्यास बोले सीएमओ ने खुद वेटनरी का कोर्स किया है,वह गौवंश की मौत का असल कारण पता कर सकते है
इस मामले में शिवपुरी नपा उपाध्यक्ष पति व सांसद प्रतिनिधि राम जी व्यास ने इस घटना को दुखद बताया है कि रामजी व्यास का कहना कि गोशाला में पूर्व में भी गोवंश की मौतें हो चुकी है लेकिन कोई सबब नहीं लिया गया। रामजी व्यास ने कहा कि मुख्य नगर पालिका केशव सगर ने वेटनरी का कोर्स किया हुआ है साथ ही वह सीएमओ वह चाहे गोवंश की मौत का असल कारण पता लगा कर दोषियों पर कार्रवाई कर सकते हैं।

नपाध्यक्ष ने दी यह सफाई
वहीं इस मामले में नगरपालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम बीमार गायों को बाहर से लाकर इलाज करवाते है। जिसमें कुछ गाय मर जाती है जबकि कुछ स्वस्थ हो जाती है, इनकी मौत वजह पॉलीथिन खाना है। नपा अध्यक्ष का कहना है कि आज तीन गाय की मौत हुई और बीते रोज तीन गायों की मौत हुई थी। बीमार गायों का इलाज डॉक्टरों द्वारा प्रतिदिन किया जा रहा है।

श्रेय की होड ने छीन ली गायों की सांसे
लगातार इस गौशाला में हो रही गायों की मौत पर अभी भी राजनीति जारी है। परंतु इस दुर्भाग्यपूर्ण शिवपुरी की गौशाला भी श्रेय की राजनीति की भेंट चढ गई है। सिर्फ श्रेय लेने की होड़ में समाज सेवी संस्था को इस काम से हटाकर नगर पालिका ने स्वयं जिम्मेदारी तो ले ली लेकिन जिम्मेदारी का निर्वहन ठीक ढंग से नहीं किया जा रहा है। यही वजह है कि गायों की मौत का सिलसिला प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। अब देखना यह है कि नगर पालिका अपनी नाकामी छुपाने इस मामले में अगला क्या कदम उठाती है।

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