नर्सों की हड़ताल के चलते जिला चिकित्सालय से चल पडी REFER TO GWALIOR EXPRESS, 3 दिन में 125 मेें से 70 प्रसूताओें को किया रैफर

शिवपुरी। जिले में चल रही नियमित नर्सिंग स्टाफ की हड़ताल का मेटरनिटी विंग पर असर दिखाई दे रहा है। पिछले तीन दिन में जिला अस्पताल में एक भी सीजेरियन प्रसव नहीं हुआ है। इसके अलावा पिछले कई सालों के रिकार्ड में अब तक इतनी गर्भवती महिलाएं एक साथ रेफर नहीं हुई हैं, जितनी इन तीन दिनों में हुई है। हालात यह हैं कि पिछले तीन दिन में रैफर होने वाली गर्भवती महिलाओं की संख्य पचास प्रतिशत से भी अधिक है।
विदित हो कि मेटरनिटी विंग के लेवर रूम में पदस्थ अधिकतर कर्मचारी नियमित नर्सिंग स्टाफ है। यहां अस्पताल प्रबंधन ने डाक्टरों और अन्य नर्सिंग स्टाफ की ड्यूटी लगातार हालातों को काबू करने का प्रयास तो किया है लेकिन इसके बावजूद हालात यह है कि सामान्य प्रसव के भी ज्यादातर केस रेफर किए जा रहे हैं। इसके अलावा तीन दिन में एक भी सीजेरियन प्रसव जिला अस्पताल में नहीं हुआ है।
इसी का परिणाम है कि प्रसव पूर्व वार्ड में जहां पलंगों की मारा मारी चलती थी वहाँ एक भी पलंग पर कोई मरीज भर्ती नहीं है, जो यह दर्शाता है कि अधिकतर गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में भर्ती ही नहीं किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि पिछले तीन दिन में मेटरनिटी विंग में 125 महिलाओं का एडमीशन हुआ है जिनमें से करीब 70 गर्भवती महिलाओं को रेफर कर दिया गया है।
अगर बात जिला अस्पताल के संविदा नर्सिंग स्टाफ की करे तो, इस स्टाफ को सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक ड्यूटी करनी पड़ रही है। यह हालात तब है जबकि शहर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों से स्टाफ काम करने के लिए शिवपुरी बुला लिया गया है। जो स्टाफ अस्पताल में तैनात किया गया है, उनमें से अधिकतर तो ट्रेनीज स्टाफ है, ऐसे में वह सिर्फ संख्या बढ़ाने के अधिक और किसी काम नहीं आ पा रहा है।
जिला अस्पताल में कहने तो तो ट्रोमा सेंटर नई बिल्डिंग व पुरानी बिल्डिंग मिलाकर तीन-तीन आपरेशन थियेटर हैं, लेकिन इन आपरेशन थियेटर में आपरेशन करने के लिए जो सपोर्टिंग स्टाफ तैनात है, वह नियमित नर्सिंग स्टाफ ही है। इस स्टाफ के हड़ताल पर चले जाने के कारण तीनों आपरेशन थियेटर बंद पड़े हुए हैं। डाक्टरों की मानें तो पिछले तीन दिन में आपरेशन मिलाकर करीब 15 प्रयास कर रहे हैं। 15 आपरेशन की तारीख आगे आपरेशन पोस्टापड हो गए हैं।
इनका कहना है
यह बात सही है कि इन दिनो रेफर होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ा गई है। लेकिन यह तथ्य भी है कि टीम वर्क है और बिना प्रशिक्षित टीम के न तो सीजर संभव है और न ही सामान्य आपरेशन। हमने फिर भी स्टाफ की ड्यूटी लगाई है, और उपलब्ध संसाधनों में जितना संभव हो रहा है उतना उपचार प्रदान करने का पूरा प्रयास कर रहे है।
डा. योगेंद्र रघुवंशी, आरएमओ,जिला चिकित्सालय शिवपुरी।