BLA सूची को लेकर कांग्रेसी पार्षदों ने अपने ही अध्यक्ष का किया विरोध, अध्यक्ष बोले- जो व्यस्त रहते हैं, वो बीएलए का क्या काम करेंगे

शिवपुरी। कांग्रेस द्धारा विधानसभा चुनाव को लेकर बूथ लेवल एजेंट की सूची बनाई गई जिसमें कार्यकर्ताओं की सहमति लिए ही उनका नाम जोड़ दिया गया। वहीें पार्षदों ने अपने ही अध्यक्ष पर आरोप लगाए है कि बिना हमारी सहमति के बूथ लेवल एजेंट की सूची बनाई गयी है नाहिं इस सूची में हमेंं शामिल किया गया है जिसकी शिकायत पार्षदों ने संगठन मंत्री से की है।
वहीें शहर कांग्रेस अध्यक्ष ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा जिन लोगों ने नारी सम्मान योजना में रजिस्ट्रेशन तक करने में अपनी रुचि नहीं ली और पूछने पर वार्ड में व्यस्त होने की बात कही ऐसे लोग बीएलए का क्या काम करेंगे, फिर भी किसी को आपत्ति है, तो वह हमसे बात करें हम उसका समाधान करेंगे।
दरअसल कांग्रेस की शिवपुरी विधानसभा की जो बीएलए सूची तैयार की गई है उसमें पार्षदों ने आरोप लगाकर कहा है कि शहर कांग्रेस अध्यक्ष श्रीप्रकाश शर्मा सहित सभी महत्वपूर्ण लोगों के नाम शामिल है लेकिन नगरपालिका के 1-2 पार्षद को छोड़कर सभी पार्षदों के नाम गोल हैं। न तो उनके वार्ड में पार्षदों से रायशुमारी की गई और न ही उनके नाम को शामिल किया गया है, ऐसे में कैसे काम करेंगे। हालांकि नाराज पार्षदों ने कांग्रेस जिला संगठन मंत्री राजकुमार बंसल को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है।
वार्ड 34 की पार्षद शशि शर्मा का कहना है कि बीएलए सूची हमने जब देखी तो उसमें हमारा नाम ही नहीं है। जबकि हम अकेले नहीं कई वार्ड पार्षद ऐसे हैं जो बीएलए बनने के योग्य नहीं माने गए। इसीलिए उन्हें शामिल नहीं किया गया। अब चुनाव के वक्त हम अपने वार्ड में कैसे काम कर सकेंगे। वार्ड 4 के पार्षद संजय गुप्ता का कहना है कि पार्षदों को बीएलए न बनाना तो बेइज्जती है। सब का सम्मान होता है। इसलिए बीएलए सूची में पार्षदों के नाम शामिल होने थे। न तो हमसे शामिल करने के बारे में पूछा और न ही हमसे नाम लिए गए।
वार्ड 34 की पार्षद शशि शर्मा का कहना है कि बीएलए सूची हमने जब देखी तो उसमें हमारा नाम ही नहीं है। जबकि हम अकेले नहीं कई वार्ड पार्षद ऐसे हैं जो बीएलए बनने के योग्य नहीं माने गए। इसीलिए उन्हें शामिल नहीं किया गया। अब चुनाव के वक्त हम अपने वार्ड में कैसे काम कर सकेंगे। वार्ड 4 के पार्षद संजय गुप्ता का कहना है कि पार्षदों को बीएलए न बनाना तो बेइज्जती है। सब का सम्मान होता है। इसलिए बीएलए सूची में पार्षदों के नाम शामिल होने थे। न तो हमसे शामिल करने के बारे में पूछा और न ही हमसे नाम लिए गए।