घर में भरा रखा था डीजल: टपरा में आग लग गई,प्लॉट की रजिस्ट्री के लिए रखे 4 लाख सहित 20 लाख का सामान राख में बदल गया

करैरा। खबर जिले के करैरा थाना क्षेत्र के दौनी गांव से आ रही है। जहां बीेते रोज एक किसान के घर में संदिग्ध परिस्थति में आग लग गई। यह आग इतनी तेजी से फैली की फायर विग्रेड तक को बुलाने का मौका नहीं मिल सका। इस हादसे में किसान के 4 लाख रूपए नगद सहित 2 बाईक और सोना चांदी सहित 20 लाख रूपए का सामान राख हो गया।
जानकारी देते हुए पीड़ित किसान अशोक पिता पंजाब सिंह रावत ने बताया कि मेरे पिता और भाई के घर में रखा करीब 20 लाख रुपए का सामान जलकर खाक हो गया। पीड़ित परिवार ने बुधवार को इसकी शिकायत करैरा थाने में दर्ज कराई है। किसान अशोक ने बताया कि बीते मंगलवार दोपहर को हमारे कच्चे घर में आग लग गई। घर के ऊपर घांस-फूंस का छपरा डला हुआ था। इसके चलते देखते ही देखते आग ने विकराल रुप ले लिया। इसमें मेरा सबसे अधिक नुकसान हुआ है। घर में रखे साढ़े 17 तोला सोना में से करीब 8-9 तोला सोना जलने के कारण खराब हो गया जबकि एक बाइक पूरी तरह जलकर खाक हो गई। इसके साथ ही 3 लाख 85 हजार रुपए भी जल गए। यहीं नहीं घर में रखा बाकी सामान और अनाज भी जलकर राख हो गया।
अशोक ने बताया कि आगजनी में मेरे पिता पंजाब सिंह के कमरे में रखी एक बाइक, 12 क्विंटल गेहूं, धान के बीज कुछ जेवरात सहित नकदी और गृहस्थी का सामान पूरी तरह जलकर खाक हो गया। इसके अलावा मेरे भाई हृदेश रावत के कमरे में रखी एक बाइक, 5 क्विंटल गेहूं, 1 क्विंटल चना, गृहस्थी का सामान जल गया। किसान अशोक का सबसे अधिक नुकसान हो गया। घर में रखे करीब साढ़े 17 तोला सोना में से 8-9 तोला सोना जलकर खराब हो गया है। उसके पिता और भाई के घर में अनाज और बाइक जलकर खाक हो गई।
किसान अशोक का सबसे अधिक नुकसान हो गया। घर में रखे करीब साढ़े 17 तोला सोना में से 8-9 तोला सोना जलकर खराब हो गया है। उसके पिता और भाई के घर में अनाज और बाइक जलकर खाक हो गई। इसके साथ ही अशोक रावत ने बताया कि मैंने डबरा में एक प्लॉट लिया था, जिसकी रजिस्ट्री कराने के लिए घर में 3 लाख 85 हजार रुपए रखे थे। वह भी जल गए। आगजनी की इस घटना में मुझे करीब 20 लाख रुपए का कुल नुकसान उठाना पड़ा है। अशोक रावत ने बताया कि संभवत किसी अज्ञात व्यक्ति ने बीड़ी-सिगरेट पीकर कमरों के ऊपर छपरा की छत पर फेंक दिया होगा, जिससे आग लग गई।
अशोक रावत ने बताया कि कमरों में डीजल भी भरा हुआ था, जिसके चलते आग ने तेजी से रफ्तार पकड़ ली थी। मौके पर ग्रामीणों ने मिलकर आग पर काबू पाने का प्रयास किया था लेकिन प्रयास असफल रहा। जब आग धीमी पड़ी, तब कहीं जाकर पानी डालकर आग को बुझाया जा सका था। आग इतनी तेजी से फैली कि फायर ब्रिगेड को बुलाने का समय ही नहीं मिला।