घर से 34 हजार लेकर फरार हुई 16 साल की नाबालिग वृंदावन से गुना पहुंची,बोली परिजनों के साथ नहीं जाना,मंदिर में रह रही थी

कोलारस। खबर जिले के कोलारस के लुकवासा चौकी क्षेत्र से आ रही है। जहां बीते 15 मई को अपने घर से गायब एक 16 साल की नाबालिग को पुलिस ने गुना रेलवे स्टेशन से बरामद कर लिया है। उक्त किशोरी लगभग 1 माह बाद बापस लौटी है। पुलिस ने जब किशोरी से पूछताछ की तो किशोरी ने बताया कि वह अपनी मर्जी से मथुरा बृद्धावन चली गई थी। जहां वह मंदिर में रहकर प्रसाद खाकर अपना जीवन यापन कर रही थी। जब किशोरी के परिजनों ने उसे बापस घर जाने की कहा तो किशोरी ने घर जाने से इंकार कर दिया। जिसके चलते पुलिस ने उक्त किशोरी को सीडब्ल्यूसी को सौंपते हुए उसे वन स्टॉप सेंटर भिजवा दिया।
जानकारी के अनुसार बीते 15 मई को लुकवासा निवासी एक 16 साल की किशोरी अपने घर से अचानक गायब हो गई थी। जिसके चलते पुलिस ने किशोरी के नाबालिग होने पर इस मामले में अपहरण का मामला दर्ज कर किशोरी की तलाश शुरू की। चौकी प्रभारी हुकुम सिंह मीणा ने बताया है कि लगातार पुलिस इस किशोरी की तलाश कर रही थी। तभी पुलिस को सूचना मिली कि उक्त किशोरी गुना रेलवे स्टेशन पर है। जिसके चलते टीम बनाकर लुकवासा से गुना भेजी। जहां किशोरी को पुलिस ने रेलवे स्टेशन से दस्तयाब कर लिया है।
जब पुलिस ने किशोरी के धारा 164 के माननीय न्यायालय में वयान कराए तो किशोरी के बयान लिए तो किशोरी ने बताया कि वह अपनी मर्जी से घर से भागकर वृदांवन चली गई थी। वहां एक माह तक वह वृदावंन में मंदिरों में घूमती रही। वहां मंदिरों में जो प्रसाद मिल जाता उससे अपना पेट भर लेती थी। उसे जब अपने घर की याद आई तो वह बापस लौट आई। जब माननीय न्यायालय ने उससे बापस घर जाने की कहा तो किशोरी ने घर जाने से इंकार कर दिया।
जिसके चलते माननीय न्यायालय ने उक्त किशोरी को सीडब्ल्यूसी को सुपुर्द कर दिया। जहां सीडब्ल्यूसी ने उक्त किशोरी की काउसलिंग की और उसे वन स्टॉप सेंटर में भेज दिया। अब पुलिस उक्त युवती से घर से चोरी छत के लिए रखे 34 हजार रूपए और भाभी के जेवर के बारे में पूछताछ कर रही है। इस मामले में परिजनों ने मोहना के एक युवक पर अपहरण का भी आरोप लगाया था।