MPPSC RESULT : शिवपुरी के पांच छात्रों ने लहराया परचम ,हिमांशी गुप्ता बनी नायब तहसीलदार,DUPTY RANGER का बेटा बना असिस्टेंट ट्रेजरी OFFICER

शिवपुरी। बैसे तो ऐसा कोई रिजल्ट नहीं है जिसमें शिवपुरी जिले के छात्र छात्राएं अपना परचम लहरा रहे है। हर प्रतिभागी परीक्षा में शिवपुरी के छात्र छात्राएं लगातार पास होकर अपनी योग्यता दिखा रहे है। कल घोषित हुए एमपीपीएससी के रिजल्ट में पांच छात्र छात्राओं ने अपना परचम लहराय है। अब इस पांच छात्रों का सपना डिप्टी कलेक्टर बनने का है।

दिनारा की हिमांशी गुप्ता बनी पहली बार में बनी नायब तहसीलदार
करैरा अनुविभाग के छोटे से कस्बे दिनारा के रहने बालीे व्यवसायी रवि गुप्ता की पुत्री हिमांशी गुप्ता इस परीक्षा में नायब तहसीलदार बनी है। उन्होंने बताया पहली बार पीएससी परीक्षा उन्होंने 2019 में दी थी, जिसके परिणाम का इंतजार है1 2020 में हुई पीएससी परीक्षा के दौरान फिर से सफलता मिली, और नायब तहसीलदार बन गई। मेरा लक्ष्य डिप्टी कलेक्टर बनना है, इसलिए 2019 के रिजल्ट का इंतजार है, और फिर 2021 और 22 की पीएससी भी दी है। इसलिए इनकी तैयारी पर और अधिक फोकस करूंगी।

बदरवास के यश जैन बने असिस्टेंट डायरेक्टर
जिले के बदरवास व्यवसायी सतीश जैन के बेटे यश ने 2019 में परीक्षा दी और वह सफल रहे। लेकिन परिणाम जारी नहीं हुआ। 2020 की पीएससी का परिणाम पक्ष में रहा, जिसमें उन्हें असिस्टेंट डायरेक्टर एजुकेशन बनने में सफलता हासिल हुई है। फिलहाल यश का लक्ष्य आगामी पीएससी फाइट करना है जिसके लिए वह 2019 के साथ 2021 और 22 की पीएससी की मेन परीक्षा का इंतजार कर रहे हैं, ताकि डिप्टी कलेक्टर बन सके।

डिप्टी रेंजर का बेटा बना ट्रेजरी असिस्टेंट ट्रेजरी ऑफिसर
पीएससी के घोषित परीक्षा परिणाम में असिस्टेंट ट्रेजरी ऑफिसर बने राजवीर गौर ने बताया उसके पिता प्रीतम सिंह डिप्टी रेंजर है, पहले ही चरण में मुझे 2019 में सफलता मिल गई, लेकिन उसका परिणाम अभी तक घोषित नहीं हो सका। 2020 में हुई पीएससी परीक्षा में सफलता मिल गड़ अब 2019 के साथ 2021 और 2020 की पीएससी का इंतजार है। जिन्हें फाइट कर डिप्टी कलेक्टर बनने का सपना वह देखते हैं।

किसान का बेटा प्रदीप गौतम बना वाणिज्यकर अधिकारी
पीएससी फाइट कर वाणिज्य कर अधिकारी बने कृषक वीरेंद्र गौतम के बेटे प्रदीप गौतम ने बताया वह पुलिस सेवा में आरक्षक था। 2020 की पीएससी में उसने फोकस किया और सफलता मिल | गई। 2019 की परीक्षा में उसका प्री में हो गया था लेकिन मेंस में वह रह गए। उन्होंने भैंस के पैटर्न को जाना सफलता तक पहुंचे। अब उनका लक्ष्य 2021-22 के परिणाम पर है, ताकि उसे फाइट कर वह डिप्टी कलेक्टर बन सके।

कलेक्टर के बाबू का बेटा बना वाणिज्यकर अधिकारी
कल घोषित रिजल्ट में शिवपुरी कलेक्ट्रेट में पदस्थ बाबू जानकीलाल धाकड के बेटे का भी चयन हुआ है। उसने बेटे संतोष धाकड पुत्र जानकीलाल धाकड निवासी फतेहपुर ने भी एमपीपीएससी की परीक्षा दी थी। जिसमें संतोष धाकड ने सफलता प्राप्त की है। संतोष धाकड का चयन असिस्टेंट वाणिज्यकर अधिकारी के रूप में हुआ है। साथ ही संचालक के पद पर उनका नाम बेटिंग में है।

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