लोन के नाम पर महिला ने निकलबा दिए आदिवासीयों के खाते,अब उन खातों के जरिए कर रहे है सायवर फ्रॉड

शिवपुरी। खबर जिले के लुकवासा क्षेत्र से आ रही है जहां एक गांव के लागों के साथ उनके बैंक खातों का पिछले कुछ महीनों से अज्ञात ठग लाखों-करोड़ो के साइबर फ्रॉड की घटनाओं में उपयोग कर रहे है। एक महिला ने लोन के नाम पर खाते खोलकर उनके खातों को अपने इस ठगी में उपयोग किया। मामले में पुलिस व बैंक प्रबंधन को इसकी पूरी जानकारी हाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं कर रही है जिससे पीड़ित आदिवासियों नेे पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर कार्यवाही की गुहार लगाई है।

जानकारी के अनुसार रघुवीर जाटव, कल्ला चिराढ़, लखन, पप्पू आदिवासी, दुल्हारी आदिवासी, रामकली आदिवासी, आरती आदिवासी, रामबाई आदिवासी, सिरनाम आदिवासी, रामप्रसाद, रामश्री आदिवासी आदि लुकवासा के पास स्थित टुडयावद व हस्तिनापुर गांव के आदिवासियों ने बताया है कि 15 अप्रैल को छाया परमार नाम की महिला आई जो कि लोन दिलाने ​के नाम पर उनके खाते निकालने की बात कही। महिला ने 50—50 हजार लोन ​दिलाने को लेकर सभी लोगों के कागजात आधार कार्ड और पेन कार्ड लेकर उनके खाते शिवपुरी के यूको बैंक में खुलवाकर उनकी पासवुक और एटीएम अपने पास रख लिए और कुछ दिन बाद लोन मिल जाएगा कहकर गायब हो गई है।

पीड़ित खाता धारकों ने एक जून को उनके आधार व अन्य दस्तावेज लेकर खाते खुलवाने वाली महिला छाया परमार को पकड़ लिया था और उसको पहले लुकवासा पुलिस चौकी व रन्नौद पुलिस थाने ले गए, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नही की। बाद में पीड़ित बैंक प्रबंधन के पास पहुंचे तो बैंक मैनेजर ने भी अपने-अपने खाते बंद कर लो, यह बोलकर मामले से पल्ला झाड़ लिया। इधर पीड़ितों का कहना है कि उन्होंने लोन के लिए खाता खुलवाया था, अब अपराध कोई कर रहा है और पुलिस हमको पकड़ेगी।

खाते खुलने के एक माह बाद पता चला कि जिन 150 लोगों के बैंक में खाते खुले है, उन सभी के खातों में हर रोज पैसों का आना-जाना हो रहा है। जब पड़ताल की तो पता चला कि इन बैंक खातों का उपयोग देश के अलग-अलग शहरों में रहने वाले शातिर ठग साइबर फ्रॉड करने के लिए कर रहे हैं। अभी तक इन खातों में करीब 1 करोड़ से अधिक का लेनदेन हो चुका है। जबकि जिन लोगों के खाते खुले हैं, उनको कुछ भी नहीं मिला।

इनका कहना है
कुछ हितग्राहियों के खातों से हर रोज लाखों रुपए का साइबर फ्रॉड हो रहा है। हम इसमें कुछ नहीं कर सकते। अगर कोई पुलिस रिपोर्ट आएगी, तब ही कोई कार्रवाई होगी। हमने सभी लोगों को खाता बंद करवाने की बात कही है।
हरिमोहन यादव, मैनेजर यूको बैंक

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