घर में भैंस घुसने को लेकर भतीजे ने अपने ही चाचा की लाठियों से पीट पीटकर हत्या कर दी

करैरा। खबर जिले के करैरा थाना क्षेत्र के सुनारी चौकी क्षेत्र से आ रही है। जहां आज एक भतीजे ने महज घर में भैंस घुसने के बिवाद के चलते अपने ही चाचा की लाठियों से पीट पीटकर हत्या कर दी। इस मामले में पुलिस ने हत्यारोपी भतीजे और उसके चार अन्य साथियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर विवेचना में ले लिया है।
जानकारी के अनुसार पुलिस चौकी सुनारी में शिकायत करते हुए राघवेन्द्र रावत पुत्र उम्मेद रावत ने बताया है कि बीते 17 मई को सुबह 9 बजे उसकी मां और पिता उम्मेद सिंह रावत घर के आंगन की सफाई कर रहे थे। इसी दौरान उसके ताउ त्रिलोक रावत की भैंसे घर के आंगन में आ गई।
जिसके चलते आंगन में फैली पड़ी दाल को खराब करने लगी थीं। हमनें भैंसों को लाठियों से डरा भगा दिया था। इसके कुछ देर बाद मेरे ताऊ त्रिलोक रावत और उनका लड़का हाकिम रावत, सत्येंद्र रावत, मेरी ताई गुड्डू बाई और ताई की लड़की कामिनी रावत एकजुट होकर आए, सभी के हाथों में लाठियां थी। राघवेंद्र ने बताया कि पांचों लोगों ने एकजुट होकर हमें लाठियों से पीटना शुरू कर दिया।
इसी दौरान मेरे चचेरे भाई सतेंद्र ने मेरे पिता उम्मेद सिंह रावत के सिर पर लाठियों से कई वार किए, जिससे मेरे पिता गंभीर रूप से घायल हो गए, इसके बाद मेरे ताऊ सहित उनके परिवार के सदस्य चले गए। मारपीट में मुझे और मेरी मां को चोटें आईं थी लेकिन मेरे पिता गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें करैरा के स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार कराने के बाद ग्वालियर के जेएच हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां बुधवार रात उपचार के दौरान मेरे पिता उम्मेद सिंह रावत ने दम तोड़ दिया।
करैरा थाना प्रभारी सुरेश शर्मा ने बताया कि घायलों के बयान ग्वालियर के जेएच अस्पताल में लेने के बाद मृतक उम्मेद सिंह रावत, उसके बेटे सतेंद्र रावत, हाकिम रावत, त्रिलोक की पत्नी गुड्डी बाई और गुड्डी की बेटी कामनी के खिलाफ हत्या की धाराओं में मामला दर्ज किया है। अब तक मुख्य आरोपी सतेंद्र रावत और उसकी मां गुड्डी रावत को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बाकी आरोपियों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
