डॉक्टरों की हडताल: प्रेग्नेंट महिला सहित पैर फैक्चर के मरीज तक को इलाज नहीं मिला,रैफर टू ग्वालियर

बबलू शर्मा शिवपुरी। आज से हडताल पर गए चिकित्सों के चलते आज जिला चिकित्सालय और मेडीकल कॉलेज में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से चरमरा गई है। हालात यह है कि यहां मरीज ड्रिप तक के लिए परेशान होते दिखाई दे रहे है। चिकित्सकों के नहीं होने के चलते एक प्रेग्नेंट महिला को चिकित्सकों ने चैक तक नहीं किया। जिसके चलते उसकी गंभीर हालात को देखते हुए नर्स ने उसे मेडीकल कॉलेज रैफर कर दिया।
जिला चिकित्सालय में डिलेवरी के लिए पिछोर से आई पायल ने बताया है कि उसको प्रसब पीडा होने पर परिजन जिला चिकित्सालय लेकर आए। जहां कोई भी डॉक्टर उपस्थिति नहीं थे। जिसके चलते उन्होंने ड्यूटी पर उपस्थिति नर्सिग स्टाफ को चेकअप कराया तो स्टाफ ने डॉक्टर नहीं होने के चलते उसे ग्वालियर रैफर कर दिया। बताया गया है कि इस प्रसब पीडा के दौरान प्रेग्नेंट महिला को एम्बुलेंस भी नहीं मिली। जिसके चलते वह आॅटो से चली गई।

इसके साथ ही अनिल जाटव निवासी भटनावर कल से जिला चिकित्सायल में अपने टूटे हाथ को लेकर भर्ती हुआ था। कल चिकित्सकों ने उसका एक्सरा कराकर भर्ती तो कर दिया। परंतु आज प्लास्टर बंधना था। पर वह कल से चिकित्सक नहीं होने के चलते प्लास्टर बंधवाने के लिए पूरे अस्पताल परिसर में घूमता रहा। परंतु उसे किसी ने देखना तक मुनासिव नहीं समझा।
सूरज शाक्य निवासी भावखेडी ने बताया है कि उसकी 3 साल की बेटी पलक का हाथ टूट गया था। जिसके चलते वह जिला चिकित्सालय लेकर आए। परंतु यहां किसी भी डॉक्टर ने उसे नहीं देखा और वह इधर से उधर घूमता रहा।
संदीप रावत ने बताया है कि उसकी 7 माह की बेटी और उसकी मां के पेट में दर्द है। जिसके चलते वह उसे लेकर जिला चिकित्सालय आया। जहां उसका पर्चा तक नहीं बनाया। उसके बाद पह परेशान होते हुए डॉक्टरों के आगे पीछे घूमते रहे। परंतु किसी ने भी सुनवाई नहीं की।
इसके साथ ही सिविल सर्जन डॉ आर के चतुर्वेदी से जब पूछा गया कि इस हालात में वह कैसे मैनेज करेगे तो उन्होंने बताया कि जिला चिकित्सालय में 31 नंबर कमरे में इमरजेंसी सेवाएं चालू है। मरीज वहां दिखाकर अस्पलात में भर्ती हो सकते है। परंतु अभी चिकित्सकों की हडताल पर जाने से ओपीडी सेवाएं बंद है। परंतु जिला चिकित्सालय के हालात यह है कि इमरजेसी रूप 31 नंबर में जब हमारी टीम पहुंची तो वहां कुर्सीयां खाली मिली। वहां भी कोई डॉक्टर उपस्थिति नहीं मिला।

