लकडबग्घे का हमलाः एक ही बाडे में बंधी 10 बकरियों को मारकर भाग गया,आय का एकमात्र साधन थी बकरियां

करैरा। खबर जिले के करैरा थाना क्षेत्र के पुराने अस्पताल के पास से आ रही है। जहां शनिवार रात बाडे़ में बंधी 10 बकरियों को लकड़बग्घे ने हमला कर मार डाला। मौके पर पुलिसए राजस्व व वन विभाग की टीम पहुंची और बकरियों मौके का मुआयना किया। टीम से जब मौत का कारण पूछा गयाए तो वे कुछ बताने की स्थिति में नहीं थे। उनका कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा। लोगों को डर है कि बाकी मवेशियों को भी लकड़बग्घा कोई नुकसान न पहुंचा दे।

पुराना अस्पताल कालोनी निवासी धनीराम कुशवाह ने अपने घर के पास बने बड़े में 15 बकरियां पाल रखी थीं। सभी को घर के बगल में बनी झोपड़ी में शनिवार को बांधा था। रविवार सुबह घर वालों ने देखा कि इसमें से 10 बकरी मरी हुई पड़ी हैं। इसके बाद पूरे मोहल्ले में हड़कंप मच गया। उन्होंने देखा कि मृत पड़ी बकरियों के गले और शरीर में चोट के निशान हैं।

घटना की जानकारी मिलने पर वार्ड 4 के पार्षद गणेश कुशवाह ने पुलिस, राजस्व व वन विभाग को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंचे अमले ने जांच पड़ताल की तो बाडे़ के अंदर और बाहर किसी जानवर के पग मार्क के ;पैरों के निशान देखने को मिले। अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह हमला लकड़बग्घा ने किया है। पार्षद ने वन विभाग से लकड़बग्घों को पकड़वाने की मांग की है। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने मृत बकरियों का पंचनामा बना कर जांच शुरू कर दी है।

वन विभाग के ब्रजेश दुबे ने बताया कि पग मार्क ले लिए हैं। यह हमला लकड़बग्गा या खोरया हो सकता है। पग मार्क की जांच व बकरियों का पोस्टमॉर्टम कराने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि किस जानवर के हमले से बकरियों की मौत हुई है।

धनीराम कुशवाह ने बताया कि उसकी आय का साधन एक मात्र बकरियां थीं। एक माह पहले मेरी पत्नी के कैंसर की बिमारी के चलते मौत हुई थी। पत्नी के इलाज में जो भी था सब लग चुका है। उसके चार बच्चे हैं और एक बेटी शादी लायक हो गई है। ऐसे में आय का एकमात्र साधन भी छिन गया है। ऐसे में अगर प्रशासन ने उसकी मदद नहीं की तो वह पूरी तरीके से बर्बाद हो जाएगा।

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