कूनों से निकलकर अब बैराड क्षेत्र में जा पहुंचा ओवान चीता, नहाड के जंगलों में देखा गया

शिवपुरी। जब से कूना नेशनल पार्क में पीएम मोदी ने चीतों को छोडा है तब से यह चीते लगातार सुर्खियों में रहे है। अभी हाल ही में एक मादा चीते की मौत के बाद एक मादा चीते ने चार शावकों को जन्म दिया है। परंतु उसके बाद एक ओवान नामक चीता की चंचलता लगातार सुर्खियां बटौर रही है। यह चीता इतना तेज तर्र्रार है कि यह कूनों के जंगलों में घूमते घूमते विजयपुर क्षेत्र में जा पहुंचा। जहां उसे जैसे तैसे रेस्क्यू कर बापस लाया गया अब इस चीते ने अपना रूक शिवपुरी जिले के बैराड क्षेत्र की और कर लिया है। जिसके चलते यह चीता नहाड के जंगलों में बिचरण करते हुए देखा गया।
यह चीता कल विजयपुर इलाके के पार्वती बड़ौदा गांव के पास देखा गया। उसके बाद यह नर चीता ओवान देर रात जंगल की ओर वापस लौटा है। लेकिन वह कूनो नेशनल पार्क की ओर लौटने की बजाए नहाड़.शिलपुरा गांव के पास के जंगल में पहुंच गया। यानी अब वह श्योपुर जिले के जंगल से शिवपुरी .बैराड़ इलाके के जंगल के बिल्कुल पास पहुंच गया। वन विभाग की टीम भी चीते के आसपास रह कर उस पर नजर बनाए हुए हैं।
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार नर चीता ओवान मंगलवार की सुबह नहाड.शिलपुरा गांव से करीब 1 से 2 किलोमीटर अंदर जंगल में देखा गया। बीती रात भर में वह करीब 35 से 40 किलोमीटर का सफर तय करके यहां पहुंचा है। पिछले तीन दिनों से कूनो नेशनल पार्क के वाहर रिहायशी इलाकों के आसपास देखा जा रहा चीता ओवान मंगलवार को भी कूनो नेशनल पार्क में वापस नहीं लौटा। मंगलवार को सुबह 9 बजे यह चीता नहाड़.शिवपुरा गांव के पास जंगल में देखा गया। यह लगातार शिवपुरी और बैराड़ इलाके के जंगल की ओर बढ़ रहा है।
इस चीते के पीछे अब वन अमला भी घूम रहा है। परंतु टीम को डर है कि यह किसी रिहायशी इलाके में प्रवेश न कर जाए। वरना विभाग को और परेशानी बढ जाएगी। क्योंकि हर जगह गाड़ियां नहीं पहुंचती और चीते के बराबर रफ्तार में वन कर्मी भाग भी नहीं सकते। कूनो बन मंडल के विजयपुर एसडीओ अमित राठौर का कहना है कि चीता जंगल में हैए वह पूरी तरह सुरक्षित है। वह पूरे इलाके को देख और समझ रहा है, यह चीते का स्वभाव होता है। किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है। चीता इंसानों पर अटैक नहीं करता।