पोहरी SDM की स्वसहायता समूहों पर गाज, 23 स्व सहायता समूहों को हटाया

पोहरी। जिले के पोहरी 23 स्व-सहायता समूहों पर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। पोहरी तहसील में आंगनवाड़ी और स्कूलों में मध्यान्ह भोजन योजना के तहत कार्य करने वाले 23 स्व-सहायता समूह पर कार्रवाई हुई है।
पोहरी एसडीएम राजन बी नाडिया ने इन 23 स्व-सहायता समूह द्वारा मैन्यू अनुसार भोजन वितरित नहीं करने और गुणवत्ताहीन भोजन परोसने की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए पिछले माह अधीनस्थ अधिकारियों को जांच सौंपी थीं।
इस व्यापक जांच के बाद शिकायत प्रमाणिक मिलने पर विकासखण्ड स्तरीय अनुश्रवण समिति में शामिल सीईओ जनपद पंचायत, सीएमओ, परियोजना अधिकारी महिला बाल विकास व बीआरसीसी ने इन गैर जिम्मेदार स्वसहायता समूहों का अनुबंध समाप्त करने का प्रस्ताव रखा जिस पर मोहर लगाते हुए एसडीएम नाडिया ने 23 स्वसहायता समूहों का अनुबंध समाप्त कर दिया है। नए सिरे से समूह को कार्य सौंपे जाने तक शाला प्रबंधन समिति को एमडीएम वितरण का दायित्व सौपा गया है।
मैन्यू अनुसार भोजन वितरण न करने वाले जिन 23 स्वसहायता समूहों पर कार्यवाही की गई उनमें ठाकुरबाबा समूह दौरानी, जयकाली माँ समूह नहरगढ़ा, ठाकुरबाबा समूह बागलौन, भवानी माता समूह सिलपरी, सरस्वती समूह नारायणपुरा-ऐसवाया, सरस्वती समूह अहेरा-नारायणपुरा, मां शती समूह गडरिया मोहल्ला पोहरी, सिद्धबाबा समूह अमरौदा, मां शीतला समूह राजपुरा, गनपती समेह भैसरावन, श्रीराम समूह बमरा, बनवासी समूह नौन्हेटाखुर्द, जयहनुमान समूह पचीपुरा, जयबद्री विशाल समूह बैराड, रामजानकी समूह डोभा, जयबेर बाबा समूह आंकुर्सी, हरिओम समूह जौराई, बालाजी समूह बगवासा खुर्द, अंजली समूह कृष्णगंज, बिनायक समूह कृष्णगंज, मां शीतला समूह टोडा, जयगणेश समूह बसई, राधेकृष्णा समूह मडखेड़ा शामिल हैं।
इस मामले में पोहरी एसडीएम राजन बी नाडिया का कहना है कि मीडिया और अन्य माध्यम से लगातार क्षेत्र के कुछ स्वसहायता समूहों द्वारा मैन्यू अनुसार भोजन वितरण नहीं करने सहित गुणवत्ताहीन भोजन वितरित करने की शिकायतें मिली थी जिसके बाद विभिन्न अधिकारियों ने जांच की और जांच के बाद रिपोर्ट के आधार पर 23 स्व-सहायता समूहों का अनुबंध समाप्त कर दिया गया है। आगामी आदेश तक यहां शाला प्रबंधन समिति भोजन वितरण का कार्य देखेगी।
