मां से अवैध संबंध बनाना चाहता था मृतक महेश,इसलिए भतीजे ने दोस्त के साथ मिलकर हत्या का दी

शिवपुरी। खबर जिले के करैरा अनुविभाग के अमोला थाना क्षेत्र के पुराने अमोला के पास पुल के नीचे मिली अज्ञात लाश की शिनाक्त पुलिस ने करते हुए इस अंधे कत्ल का पर्दाफाश कर लिया है। उक्त युवक की हत्या कर लाश को 18 फरवरी को सिंध नदी अमोला पुल के नीचे फैंककर गए थे। आरोपी युवक लाश को पानी में फैंकना चाहते थे। परंतु उसकी गाडी सिंध नदी के मिट्टी में फस गई और वह लाश को घसीटते हुए नदी में फैैंककर चला गए।
इस लाश की सूचना पर अमोला थाना पुलिस मौके पर पहुंची लाश को पीएम के लिए भिजवाया। पुलिस ने युवक की शिनाक्त का प्रयास किया परतु युवक का कही कुछ पता नही चला। तभी पुलिस ने आसपास पूछताछ की तो एक पेट्रोल पंप पर पता चला कि एक युवक कट्टी में 10 लीटर पेट्रोल लेने आया था। जिसपर से पुलिस ने पेट्रोल पंप से युवक का फुटैज लेकर युवक को पूछताछ की तो पता चला कि पेट्रोल लेने धर्मवीर परिहार आया था। जो कि चीनौर के छोटू उर्फ पुष्पेन्द्र परिहार का दोस्त है। जिसपर से धर्मवीर ने बताया कि उसे पेट्रोल लाने छोटू ने ही भेजा था।
जिसपर से पुलिस ने छोटू उर्फ पुष्पेन्द्र को उठाकर पूछताछ की तो युवक पुलिस को गुमराह करता रहा। जब पुलिस ने युवक से शक्ति से पूछताछ की तो वह टूट गया और उसने बताया कि मृतक महेश परिवार उसका चाचा है। आरोपी ने बताया कि उसके चाचा की शादी नहीं हुई। वह गूंगा और बेहरा था। जिसके चलते वह घर में उसकी मां के साथ जबरन संबंध बनाना चाहता था। साथ ही उसकी शादी नहीं होने से उसकी जमींन पर भी युवक की नजर थी। जिसके चलते उसने अपने चाचा की हत्या करने की साजिश की।
उसने इस साजिस में धर्मवीर को साथ लिया। जिसमें धर्मवीर ने बताया कि वह अमोला क्षेत्र में काम कर चुका है। लाश को ठिकाने लगाने का सबसे अच्छा तरीका यही है कि लाश को वह सिंध नदी में पत्थर बांधकर फैंक देंगे। जिसके चलते जब तक लाश उपर आएगी तब तक वह बुरी तरह से डेमेज हो जाएगी और उसकी शिनाक्त तक नहीं हो सकेगी। और दोनों लाश को ठिकाने लगाने अमोल लेकर पहुंचे। परंतु जैसे ही लाश वह सिंध में जा रहे थे तो कार फस गई और वह लाश को पानी में नहीं फैंक पाए।

पुलिस ने आरोपी छोटू उर्फ पुष्पेन्द्र परिहार को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है। इसका एक साथी अभी फरार बताया जा रहा है। इस मामले का खुलासा करने में थाना प्रभारी अमोला संतोष भार्गव के अतिरिक्त विवेक भटट, हरीश सोलंकी, हरदयाल जोशी, भीकम जोशी, संजीव श्रीवास्तव, संजीव कुमार, नीतेन्द्रसिंह, संदीप राठौर,सुनील धाकड, शिवम विश्वकर्मा एवं प्रमोद कुशवाह की महत्वपूर्ण भूमिका रही है ।