दीनदयाल उपाध्याय ने समाज निर्माण से ही राष्ट्र के निर्माण की परिकल्पना की थी: राजू बाथम

शिवपुरी। दीनदयाल उपाध्याय का राजनीतिक दर्शन एकात्म मानववाद जैसी अवधारणा पर आधारित था जिससे वे जनता तक पहुंचाने में सफल रहे। चुनाव जीतने की जगह वे लोगों के दिल जीतने पर जोर देते थे, उन्होंने जातिवाद को खतम करने के प्रयास किए। उनका मानना था समाज के निर्माण से ही राष्ट्र का निर्माण हो सकता है। यह बात आज पर्यटक स्वागत पार्क में भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष राजू बाथम ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर कही।
उन्होंने कहा की उपाध्याय जी भारतीय मूल्यों के आधार पर देश में एक सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक ढांचे के निर्माण के समर्थक थे। यह सोच बहुत कारगर थी जिसमें कार्यकर्ता को बहुत महत्व दिया जाता था. आज भाजपा की सफलता का यही कारण बताया जाता है जिसके पास देश में सबसे मजबूत कार्यकर्ता संगठन है। कार्यक्रम में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष ओमप्रकाश जैन ओमी, पूर्व पार्षद हरिओम नरवरिया, विमल जैन, विष्णु गोयल, मुनेंद्र सिंह पंवार, रवि नायर, मनीष राठौर, शिशुपाल सिंह वेश, पंकज गुप्ता, करना भटनागर, प्रशांत गुर्जर और मॉर्निंग वॉक क्लब के सदस्य मौजूद थे।