आरोप: फिरौती नहीं दी तो रोजगार सहायक के घर पर झौंक दिए फायर, पुलिस बोली लेनदेन का मामला

कोलारस। खबर जिले के कोलारस थाना क्षेत्र के चंदौरिया गांव से आ रही है। जहां एक रोजगार सहायक के घर बीते रोज अज्ञात बदमाशों ने फायर झौंके है। इस मामले की शिकायत पीडित रोजगार सहायक ने कोलारस थाने में की है। रोजगार सहायक का आरोप है कि दो दिन पहले उसका कुछ अज्ञात लोगों ने अपहरण किया था। अपहरण के एवज में उन्होंने 20 लाख रूपए की मांग की थी। जिसमें रोजगार सहायक ने 10 लाख रूपए देने की कहकर आरोपीयों के चंगुल से छूटकर आ गया था। परंतु जब 10 लाख रूपए नहीं दिए तो आरोपीयों ने घर आकर फायर झौंके है। इस मामले में पुलिस ने इस घटना को पैसे के लेनदेन का मामला बताया है।

इस मामले में पीडित रोजगार सहायक ने आरोप लगाते हुए बताया है कि तीन दिन पहले कुछ अज्ञात लोगों ने उसका अपहरण किया था। जिसमें आरोपीयों ने उसे छोडने के एवज में 20 लाख रूपए की फिरौती की मांग की थी। इसके साथ ही रोजगार सहायक के बड़े भाई विजय ने बताया कि उसके पिता लक्ष्मण कुशवाह पंचायत में सरपंच हैं जबकि भाई रोजगार सहायक। इसी क्रम में 2 फरवरी को उसका भाई शिवपुरी में पुलिस कंट्रोल रूम के पास स्थित मकान पर था, तभी एक व्यक्ति उसके पास आया और उससे बोला कि उसे पंचायत के किसी काम के संबंध में बात करनी है।

बात करते-करते वह उसे बाहर ले आया और कार में बिठा कर उसे कुछ सुंघाया और अपहृत कर ले गए। सभी लोगों ने किसी अज्ञात स्थान पर उसे बंधक बनाकर उसकी निर्मम मारपीट करते हुए रिहाई के रोजगार सहायक बैराड़ गया था वहां पैसों एवज में 20 लाख रुपये की मांग की। के लेनदेन पर दोनों के बीच झगड़ा हुआ महेश ने कहा कि वह 20 लाख तो नहीं लेकिन 10 लाख रुपये दे सकता है। जिसके चलते आरोपीयों ने उसे छोड़ दिया और फिरौती के लिए पांच फरवरी का दिन तय हुआ जब फिरौती की राशि नहीं पहुंची तो उक्त कथित अपहरणकर्ता बाइक पर सवार होकर उसके गांव पहुंच गए और महेश को धमकाते हुए कट्टे से हवाई फायर कर जान से मारने की धमकी दी। अपहरण जैसा कुछ भी नहीं है और न ही अपहरण हुआ है। था। आज उक्त लोगों ने फिर से झगड़ा किया। आरोपितों के तलाश की जा रही है।

पीडित का कहना है कि वह धीरू रावत को नहीं जानता और न ही उससे कोई पुराना झगडा है। उक्त युवक ने फिरौती के लिए कॉल किए है तो ट्रू कॉलर पर किसी धीरू रावत के नाम से आ रहा है। व​​ह धीरू को नहीं जानता।

इनका कहना है
यह मामला लेन देन का है। बीते 2 तारीक को यह खुद ही बैराड गया था। जहां इसके लेन देने को लेकर आपस मेें विबाद हुआ है। जिसमें युवक ने 5 तारीक को पैसे देने की बात कही थी। ​परंतु यह वहां से आने के बाद अपने मोबाईल बंद करके बैठ गया। जिसके चलते आरोपी इस खोजते खोजते उसके घर आ गए। जिसके चले वह आरोपीयों को देखकर डर गया। अपहरण जैसा कोई मामला नहीं है। हमने इस मामलें में धीरू रावत और उसने अन्य साथियों के खिलाफ मामला दर्ज क​र लिया है।
मनीष शर्मा,टीआई कोलारस।

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