बैराड़ पुलिस की छत्रछाया में स्मैक का कारोबार चरम पर : कई परिवार बर्बाद, कई बर्बादी की कगार पर, मंत्री की कठपुतली बने जिम्मेदार

प्रिन्स प्रजापति@ बैराड़ । दिनोंदिन नगर में स्मैक का कारोबार सुरसा के मुख की भांति फैलता जा रहा है और पुलिस कार्रवाई के नाम पर मौन है। जहर बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश अफसरों ने अधीनस्थों को दिए हैं। लेकिन कोई कार्रवाई देखने को नही मिलती है

स्मैक का नशा युवा पीढ़ी की नसों में दौड़ाकर उसको बर्बादी की कगार पर पहुंचाया जा रहा है। इसमें पुरुषों के साथ महिलाओं की भी सहभागिता हो रही है। पुरुष जहां एक ही स्थान पर रहकर व्यापार कर रहे हैं, वहीं महिलाएं जगह-जगह जाकर इसको उपलब्ध करवा रही हैं। एक पुड़िया का 200-250 रुपए तक वसूला जा रहा है। इस नशे के लती युवक रुपए के चक्कर में अपराधों के गर्त में भी गिरते जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो नशा बेचने वालों ने पुलिसकर्मियों से भी अपनी साठगांठ कर रखी है। जब भी अधिकारी उनके खिलाफ कार्रवाई के निर्देश देते हैं, तो खबर उनके पास पहले ही पहुंच जाती है। इससे वह मौके से फरार हो जाते हैं।

बात पुलिस की करें तो पुलिस प्रशासन स्मैक के कारोबारियों को गिरफ्तार कर कार्यवाही करने की जगह स्मैक का नशा करने बालों को पकडकर छुट-फुट कार्यवाही कर छोड़ देती है लेकिन कानून का हाथ स्मैक के उन कारोबारिंयो तक नही पहुंच रहा है जो इस कारोबार के माहिर खिलाड़ी है और मसीहा बनकर जमकर स्मैक का कारोबार कर समाज की बर्बादी कर रहे है सूत्रो की माने तो बैराड़ पुलिस की सांठगांठ के चलते आज हालत यह है कि नाबालिक बच्चे तक स्मैक के आदी हो गए है जिससे उनके जीवन के साथ पूरा परिवार बर्वाद हो रहा है कई परिवार बैराड़ में स्मेक के नशे के चलते बर्बादी की कगार पर पहुंच गए है। लेकिन बैराड़ पुलिस मौन बनी हुई बैठी है

गांजा कम होते ही स्मैक चरम पर
क्षेत्र में गांजे का नशा करने बाले लोग गांजा न मिलने की दशा में स्मैक का नशा करने लगे है बैराड़ में कुछ समय से गांजा बहुत कम मात्रा में गुप-चुप तरीखे से बेचा जा रहा है इससे पूर्व खुलेआम गुमटियों पर गांजा बेचा जा रहा था लेकिन अब गांजा नही मिल पा रहा है और स्मैक का कारोबार तेजी से बैराड़ में फल फूलने के कारण गांजे का नशा करने बाले नशेड़ी अब स्मैक का नशा कर रहे है हालात यह है कि स्मैक का नशा पूरी तरह से बर्बाद कर रहा है क्योंकि स्मैक की लत छूटना बड़ा ही मुश्किल है जिसके चलते लती नशेड़ी नशा करने के लिए कुछ भी कर गुजरने की फिराक में घूमते रहते है

बैराड़ क्षेत्र से जुड़े ग्रामों में स्मैक का नशा बन रहा परिवारों की बर्बादी का कारण
बैराड़ ही नहीं बल्कि आसपाल सहित दूर दूर तक बैराड़ से जुड़े गांवो में स्मैक का नशा बुरी तरह पैर पसारे हुए है जोकि ग्रामीण क्षेत्रों से युवाओ के जीवन को बर्बाद कर परिवार को बर्बाद करने में कोई कसर नही छोड़ रहा है बैराड़ क्षेत्र से जुड़े ग्राम श्रीपुरा, गिरमानी में स्मैक का काम जोरों पर है लेकिन बैराड़ की पुलिस हो या गोवर्धन की सब मूकदर्शक बनकर क्षेत्र की बर्बादी को निहार रही है


बैराड़ थाने पर कई बर्षो से जमे है पुलिसकर्मी

स्मैक सहित कई अपराधिक और नियम विरुद्ध कीर्यों के चलने का कारण यह है कि बैराड़ पुलिस स्टाफ में कई पुलिसकर्मी कई बर्षों से एक ही थाने यानि बैराड़ पर ही पदस्त है जोकि यहां अपनी दांक जमाए हुए है सूत्रो की माने तो क्षेत्र के दलाल और नेताओ के साथ सांठगांठ कर यह पुलिसकर्मी बैराड़ थाने पर जमकर कई नियम विरुद्ध कार्यों में संलिप्त है जिनका आज दिनांक तक तबादला नहीं हुआ है यहां तक कि सूत्रों से पता चला है कि बैराड़ क्षेत्र के लोगों का खास बनकर रहने बाला पुलिसकर्मी बिना किसी आदेश व पदस्थी के बैराड़ में अपनी दांक जमाए बैठा है पता चला है उक्त पुलिसकर्मी मंत्री और नेताओं के सानिध्य में रहकर उनकी चरणवंदना में मस्त है जिसके चलते आए दिन अपराधिक मामले बढ़ी तादात में देखने को मिल रहे है नशे का कारोबार चरम पर बना हुआ है।

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