जनपद CEO छपाई रोग से ग्रसित: ​जिन रोडों से निरीक्षण करने जा रहे है वह रोड ही MR INDIA बनी है,मिट्टी के गारे में दीवालें रखी हो रही है

कोलारस। खबर जिले के कोलारस से आ रही है। जहां इन दिनों कोलारस जनपद पंचायत सीईओ एक अलग बीमारी से ​ग्रसित है। आए दिन सीएमओं कोई न कोई बहाना बनाकर मीडिया की सुर्खिया बटौरे का प्रयास करते दिखाई देते है। इनके खानापूर्ति वाले निरीक्षण सोशल मीडिया एवं प्रिंट मीडिया में लाईव छपते है। परंतु जो खबरें पंचायत विभाग को बदनाम करने वाली है उन्हें दिखाया कुछ जा रहा है और इनकी हकीकत कुछ और है।

एक तरफ हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय शिवराज सिंह चौहान भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चला रहे है दूसरी तरफ पंचायतों में भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा अधिकारी निरीक्षण के लिए जाते तो है लेकिन कायदे की खानापूर्ति करके लौट आते है। निरीक्षण के लिए जाने वाले श्रीमान को पंचायतों की गड्डो वाली वह रोड नजर नहीं आती जिन पर से उनकी गाड़ी हिलते डुलते गुजरती हैं जो गारंटी पीरियड से पहले ही उखड़ गई है। यही नहीं कुछ सीसी रोड तो आज भी मिस्टर इंडिया बनकर पूरी तरह से धरातल से गायब है। यह रोड इन सहाब को साहब को नज़र नही आती।

इसके साथ ही इन महोदय की कार्यप्रणाली में यह शामिल है कि वह ऐसी जगह निरीक्षण करने जाते है जहां निर्माण कार्य बंद ​हालात में हो। यहा फिर वहां नहीं पहुंचते जहां ​वर्तमान में निर्माण कार्य चल रहा हो। जिसके चलते यह तत्काल में मौके पर हालात देखकर कार्यवाही करने से बचने का प्रयास करते है। पंचायतों में भ्रष्टाचारियों द्वारा नियमों को ताक पर रखकर निर्माण कार्य किए जाते हैं।

जहां सीसी की दीवार निर्माण की जानी है वहा मिट्टी के सहारे खंडो की दीवार उठाकर घोटालों को अंजाम दिया जाता है यह सब श्रीमान को नहीं दिखाई देता है या फिर वहां से आंख बंद कर निकल जाते हैं। अभी हाल ही में जिला पंचायत से खबर आई है कि कुछ पंचायतों से रिकवरी के लिए नोटिस जारी किए गए थे जिनमें कोलारस जनपद की पंचायते भी शामिल है। अब उनके खिलाफ वारंट जारी हुए हैं अगर यह निरीक्षण निर्माण के दौरान ही कर लिए जाएं तब शासन के पैसे को चूना लगाने से बचाया जा सकता है।

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