मामला एम्बुलेंस नहीं आने पर बोलेरो में प्रसब का: खुले में प्रसब से बिगड गई जुडवां बच्चों की हालात,दोनों ने अस्पताल में दम तोड दिया

शिवपुरी। बीते नए साल यानी 1 जनवरी को सामने आई थी। जिसमें 108 एम्बुलेंस के समय पर नहीं पहुंचने पर एक प्रसूता को किराए की बोलेरो से जिला चिकित्सालय लाया गया था। जहां प्रसूता को बोलेरो में ही प्रसब हो गया। उसके बाद उसे जिला चिकित्सालय लाया गया। जहां दोनों बच्चों को जब भर्ती और दोनों बच्चों की अस्पताल में मौत हो गई। मां का रो रोकर बुरा हाल है।

जानकारी के अनुसार पिछोर तहसील के चंदावली गांव की रहने वाली देवंती जाटव पत्नी दिनेश जाटव को प्रसव पीड़ा होने लगी। परिजनो ने देवंती को प्रसव के लिए अस्पताल में भर्ती कराने के लिए तत्काल 108 एम्बुलेंस से मदद मांगी, जब कई घंटे तक एम्बुलेंस गर्भवती महिला को लेने चंदावली गांव नहीं पहुंची तो परिजनों को विकल्प तलाशने को मजबूर होना पडा

गर्भवती महिला की सास ने बताया था कि नई साल में दोपहर उसकी बहू देवंती को प्रसव पीड़ा उठने लगी थी। बहू का सुरक्षित प्रसव कराने के लिए अस्पताल में भर्ती कराना जरूरी था। इसके लिए 108 एंबुलेंस को कई फ़ोन लगाए लेकिन घंटो बीत जाने के बाद भी एम्बुलेंस बहू को लेने गांव नहीं पहुची। इसके बाद सभी ने किराए की गाड़ी कर बहू को अस्पताल पहुंचाने का फैसला लिया था।

गर्भवती महिला देवंती की सास ने बताया कि वह बुलेरो में अपनी बहू को लेकर जिला अस्पताल आ रहे थे। इसी दौरान शहर में दाखिल होने से पहले करवला के पास बहू के एकाएक प्रसव पीड़ा तेज हो गई और बहू ने जुडवा नवजात बच्चो को बुलेरो में ही जन्म दे दिया। इसके बाद बहू को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

इस मामले प्रसूता का कहना है कि उसके बाद जब वह अस्पताल पहुंची तो वहां उसके जुडवा बच्चों को भर्ती कर लिया था। उसके बाद उनकी हालात बिगडती गई और एक के बाद एक दोनों की मौत हो गई। इस मामले में पीडिता के परिजनों ने बताया है ​कि बुलेरो में खुले में डिलेवरी होने के चलते दोनों बच्चों को सर्दी लग गई थी। इसी के चलते उनकी हालात बिगड गई और दोनों की मौत हो गई है। अब बेचारी प्रसूता का रो रोकर बुरा हाल है।

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