कल रखी वीरांगना झलकारी बाई कोली की मूर्ति को जेसीबी से किया छतिग्रस्त,FIR दर्ज,आखिर क्या चाहते यह उपद्रबी ?

पिछोर। जिले के पिछोर में चल रहे मूर्ति रखने के चलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस चलन से भले ही सामप्रदायिक माहौल खराब हो रहा है। उसके बाबजूद भी उपद्रवी तत्व लगातार ऐसी बारदातों को अंजाम दे रहे है। ऐसा ही मामला कल प्रकाश में आया था। जहां कुछ उपद्रवी तत्वों ने पीएचई की शासकीय जमींन पर वीरांगना झलकारी बाई कोली की मूर्ति की स्थापना रातों रात कर दी थी।
जानकारी के अनुसार कल पिछोर चन्देरी रोड पर पी एच ई कार्यालय के प्रांगण पुरानी चुंगी नाका पर रात के अंधेरे में वीरांगना झलकारी बाई की एक बडी प्रतिमा रख दी गयी थी। जिसे आज रात्रि में जेसीबी की मदद से तोड दिया गया। जिसके चलते इस मामले की शिकायत समाज के लोगों ने थाना पिछोर में की।
जहां पिछोर में फरियादी बलबीर सिंह पुत्र मुन्नालाल कोली उम्र 45 निवासी काली माता मंदिर के पास पिछोर ने बताया कि आज रात्रि में 1 बजे वह झलकारी बाई की प्रतिमा राजघाट कॉलोनी पीएचई विभाग पिछोर के पास रखी मूर्ति हम लोग सुरक्षा कर रहे थे। तभी राजघाट कॉलोनी का बलबंत चौहान आया और बोला कि यह मूर्ति मेरी जगह में क्यों रखी है।
यह पूरी कॉलोनी मेरी है। और जातिसूचक गंदी गंदी गालियां देने लगा। और बलबीर के साथ उसके साथियों को भगाने लगा। जब वहां से हटने लगे तो उसने अपनी जेसीबी बुलाई और मूर्ति को गिरा दिया। जिससे मूर्ति छतिग्रस्त हो गई। इस मामले में पुलिस ने बलबीर की शिकायत पर आरोपी बलबंत चौहान के खिलाफ मामला दर्ज कर विवेचना में ले लिया है।
यहां बता दे कि इन मूर्ति रखने बाले उपद्रवी तत्वों पर तत्कालीन एसडीएम काजल जावला ने कार्यवाही करने का प्रयास किया था। और रातों रात रखी गई अहिल्याबाई होलकर की प्रतिमा को पुलिस उठाकर ले आई थी। परन्तु पब्ल्कि के विरोध प्रदर्शन के बाद उसे खुद पुलिस ने वहां रख दिया था। इसके साथ ही कुछ माह पूर्व पिछोर खोड़ रोड पर बरेला तिराहे पर रात के अंधेरे में क्रान्तिबीर मंगल पांडेय की प्रतिमा रख दी गयी जिसे भी प्रशासन नही हटवा पाया।
पिछोर के ही बरबट पूरा में नए मेला ग्राउंड की पहाड़ी पर भगवान बुद्ध की एक प्रतिमा रख दी गयी जिसकी जानकारी आज तक नही मिल पाई। अभी हाल ही में पिछले माह में ही पिछोर चन्देरी रोड पर नया चौराहे पर रात को बिरसमुंडा की एक बड़ी प्रतिमा ठीक पुलिस चौकी से 20 मीटर की दूरी पर रख दी गयी।
पिछोर से मात्र 8 किलोमीटर दूर ग्राम बदरवास में तो गज़ब ही हो गया पिछले माह वहां बाबा साहब अम्बेडकर की प्रतिमा एक निजी खेत मे रखवा दी गयी और इसके ठीक 10 दिनों के भीतर ही अम्बेडकर के ही पास 10 फिट दूर एक ओर प्रतिमा बिरसा मुंडा की रख दी गयी मतलब 10 दिनों के एक निजी खेत पर दो दो मूर्तिया रख दी गयी और प्रशासन को कानो कान कोई खबर ही नही लगी।
अब कुल मिलाकर लगातार चल रहे इन घटनाक्रमों से पुलिस तो परेशान है ही अगर इन उपद्रवीयों पर अंकुश नहीं लगाया तो इस क्षेत्र में माहौल खराब होने में समय नहीं लगेगा।
