पढिए कि आखिर क्यों संस्पेड किए गए है CMO अवस्थी और फूड अधिकारी मांझी

शिवपुरी। आज सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मंच से ​शिवपुरी नगर पालिका सीएमओं और कोलारस से अभी हाल ही में ट्रासंफर होकर पिछोर में पदस्थ हुए कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी को संस्पेड कर दिया है। इस मामले में हम स्वतंत्र शिवपुरी के पाठकों को इसके पीछे की बजह बताते है।

दरअसल ​जब से सीएमओं शैलेष अवस्थी ने नगर पालिका की कुर्सी संभाली थी। तब से ही वह हठ धर्मी सीएमओं बनकर बैठे हुए थे। जब तक शिवपुरी में अध्यक्ष की कुर्सी पर कोई नही बैठा तब तक वह हट धर्मिता निभाते हुए काम करते रहे। हालात यह हो गई कि उन्होने जब से शिवपुरी नगर पालिका में ज्यो​ईन किया था तब से ही पब्लिक के फोन उठाना टोटल बंद कर दिया था। जिसे लेकर सोशल मीडिया पर जमकर पब्लिक ने फटकार लगा दी। इसके लेकर कलेक्टर से लेकर मंत्री राजे भी उन्हें फटकार चुकी थी। उसके बाबजूद भी उनकी कार्यप्रणाली में कोई सुधार नहीं हुआ।

इसके साथ ही यहां पब्लिक परेशान होती रहती थी। वह अपने आप को ईमानदार अधिकारी बताने का प्रयास करते। परंतु धरातल पर हालात बहुत खराब थे। कोई भी ठेकेदार का बिना रिश्वत के कोई भुगतान नहीं होता था। वह न तो जनप्रतिनिधि की सुनते थे और न ही पार्षदों की। जिसके चलते वह लगातार लोगों की शिकायत का कारण बनते रहे।

हालात यह रही वह न तो कार्यालय में बैठते थे और अगर घर पर कोई मिलने जाता तो उन्होंने घर पर भी बाउसंर बिठा रखे थे। अब जब भी किसी से मिलते तो उनकी बात करने का तरीका भी अहंकार भरा होता था। इसके साथ ही बीते कुछ दिनों से वह सीएम से बचने के लिए जबरन लोगों की सीएम हेल्पलाईन की शिकायतों को बिना निपटारा किए जबरन बंद कर रहे थे। जिसके चलते उन्हें आज मंच से चटकाया गया है।

इसके साथ ही हम बात कर रहे है कोलारस में पदस्थ रहे कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी नरेश मांझी की। नरेश मांझी कोलारस में पदस्थ रहे। यहां उन्होंने जमकर भ्रष्टाचार किया। हालात यह रही कि वह सेल्समैन से मिलकर कई म​हीनों का राशन जो गरीबों के लिए आता था उसे गायब कर देते रहे। जिसके चलते कई बार शिकायतें हुई परंतु हर बार वह बच जाते। कुछ दिनों पहले इसी को लेकर कोलारस विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी ने कलेक्टर को पत्र लिखकर इन्हें कोलारस से हटाने की मांग की थी। उसके साथ साथ जनपद अध्यक्ष भारत सिंह चौहान सहित सुरेन्द्र शर्मा और कोलारस के लोगों ने इसका शोसल मीडिया पर विरोध दर्ज कराया था।

इसी विरोध के बाद कलेक्टर ने इन पर कार्यवाही करते हुए तत्काल प्रभाव से उन्हें पिछोर में ट्रासंफर कर दिया था। परंतु आज जब सीएम आए तो उन्होंने भरे मंच से दोनों को संस्पेड कर दिया है।

सीएमओ के संस्पेड होते ही नगर पालिका के सामने जमकर चली आतिशवाजी
मुख्यमंत्री द्वारा नपा सीएमओ शैलेश अवस्थी को सस्पेंड किए जाने पर समाजसेवी विनोद शास्त्री,समाजसेवी मोनू आर्य के नेतृत्व में नगरपालिका के मुख्य द्वार जमकर आतिशवाजी चलाई गई। लोगों ने कहा कि एक ऐसे अधिकारी से निजात मिली है तो पूरी तरह से निरंकुश रहा।

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