आदिवासी जनपद अध्यक्ष की ऐसी है हालात: अध्यक्ष पहुंची अपने कार्यालय 12:05 बजे तक नहीं पहुंचे अफसर, अध्यक्ष फोन लगाती रही कोई नहीं आया

पोहरी। भले ही मध्यप्रदेश सरकार सहित भारत सरकार आरक्षण देकर सभी वर्गो के बीच भेदभाव खत्म करने के प्रयास कर रही है। इसके चलते आरक्षण देकर इन्हें समान करने का प्रयास कर रहे है। परंतु जहां कुर्सी पर आदिवासी महिला चुनी गई है। उनकी हालात यह है कि उन पर या तो कोई दबंग पद का लाभ लेकर कार्यभार संभाला है। या तो फिर इन्हें अधिकारी दरकिनार करते है। ऐसा ही मामला आज पोहरी से प्रकाश में आया है।

जहां आज पोहरी जनपद अध्यक्ष अपने स्टाफ की व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए अपने कार्यालय में पहुंची तो उन्हें लगभग सभी कार्यालयों में ताले लटके मिले। अपने दफ्तर में 10 कर्मचारी अनुपस्थिति मिले। जिसे लेकर उन्होंने संबंधित अधिकारीयों को सूचना भी दी। परंतु उसके बाबजूद भी वह कार्यालय में नहीं पहुंचे। जिसके चलते जनपद अध्यक्ष अपने कार्यायल के बाहर ही बैठकर इंतजार करती रही। परंतु वह नहीं आए। निरीक्षण के दौरान खास बात यह रही कि इनमें से 8 लोग ऐसे थे जिनके 15 दिन से हाजिरी रजिस्टर पर दस्तखत तक नहीं थे। फिलहाल ऐसे गैरहाजिर लोगों के खिलाफ जनपद अध्यक्ष द्वारा जिला पंचायत सीईओ को प्रतिवेदन भेजकर कार्रवाई के लिए लिखा जा रहा है।

जानकारी के अनुसार आज जनपद पंचायत अध्यक्ष रामकली आदिवासी जब सीईओ दफ्तर का मुआयना करने पहुंची तो 16 में से 10 अफसर व कर्मचारी गैरहाजिर पाए गए जिनमें सचिन गुप्ता एपीओ मनरेगा, भूपेंद्र सिंह बघेल एएओ, दिनेश शर्मा एएओ, नितिन जैन, राजेंद्र श्रीवास्तव लेखापाल, आनंद वर्मा व गिर्राज सिंह तोमर सहायक ग्रेड 3, उदयवीर सिंह गुर्जर ऑपरेटर, अशोक शाक्य मानचित्रकार व ऑपरेटर प्रियंका शिवहरे शामिल हैं।

खास बात यह रही कि एपीओ सचिन गुप्ता, नितिन जैन व ऑपरेटर उदयवीर सिंह गुर्जर के 1 माह से रजिस्टर पर दस्तखत नहीं थे वही महान चित्रकार अशोक शाक्य के 21 नवंबर से तो एएओ भूपेंद्र सिंह बघेल वाद दिनेश शर्मा के 30 नवंबर से पंजी पर दस्तखत नहीं मिले।

सुबह 10:30 बजे लटका ताला तो 12:05 पर भी बंद मिला मनरेगा कक्ष
जनपद पंचायत अध्यक्ष के निरीक्षण की दिलचस्प बात यह रही कि जब अध्यक्ष सुबह 10:30 बजे जनपद पंचायत दफ्तर पहुंची तो जनपद सीईओ दफ्तर व मनरेगा कक्ष पर ताला लटका हुआ था वहीं दोपहर 12:05 बजे तक भी मनरेगा कार्यालय बंद था इस संबंध में जब जनता जनपद अध्यक्ष द्वारा एपीओ सचिन गुप्ता से बात की गई तो एपीओ गुप्ता का कहना था कि वह मारौरा खालसा गांव में भ्रमण पर है जो कि हास्यास्पद था क्योंकि उनका जनपद पंचायत दफ्तर में कोई भ्रमण कार्यक्रम नहीं था। खास बात यह रही कि अफसर व कर्मचारी दोपहर 12:05 बजे तक जनपद सीईओ दफ्तर में अपनी ड्यूटी पर नहीं पहुंचे।

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