सहाब! मेरे ही अपहरण के मामले में मेरे पति को जेल भेज दिया , अब दो बच्चों को लेकर कहा जाउं

शिवपुरी। आज जनसुनवाई में कलेक्टर कार्यालय में आई एक महिला ने कलेक्टर से गुहार लगाई है। महिला ने बताया है कि उसने उसके पति से लवमैरिज शादी की थी। शादी के बाद से वह अपने पति के साथ रह रही थी। अब उसे पति को उसी के अपहरण के मामले में न्यायालय ने 10 साल की सजा सुना दी है। अब उसके दो मासूम पिता के बिना जीवन जी रहे है। वह जाए तो कहा जाए।

कलेक्टर से गुहार लगाते हुए महिला रोशनी जाटव ने बताया है कि वह ग्राम गोरवर की रहने बाली है। उसने दीपक जाटव से प्रेम विबाह किया था। रोशनी का कहना है कि उसके पिता ने रोशनी को नाबालिग सावित करते हुए उसके अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी। उसके बाद दस्त्याव होने के बाद पति को जेल भेज दिया था। पति जमानत पर बाहर आया और वह दोनों हंसी खुशी रह रहे थे। उससे 2 बच्चें भी हो गए।

परंतु उसके पिता ने उसे नाबालिग घोषित करते हुए माननीय न्यायालय ने उसे 10 साल की सजा सुना दी। अब पति डेढ माह से जेल में बंद है। अब उसके दो बच्चो का भ​विष्य अंधकार में है। पीडिता ने कलेक्टर से पति को बाहर निकलवाने की गुहार लगाई है।

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