पचीपुरा बांध से दवंगों द्धारा नहर का पानी रौकने को लेकर ग्रामीण तहसील के सामने बैठे भूख हडताल पर

बैराड। खबर जिले के बैराड तहसील के वमनपुरा गांव से आ रही है। जहां बीते दिनों गांव के दवंग ने दबंगई दिखाते हुए ग्रामीणों की नगर का पानी रोक दिया। इस मामले को लेकर ग्रामीण पुलिस सहित जिम्मेदारों से शिकायत कर चुके है। परंतु उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। सुनवाई नहीं होने से नाराज ग्रामीणों ने आज तहसील के बाहर अपने तंबु गाडकर भूख हडताल पर बैठ गए है।
जानकारी के अनुसार पचीपुरा सिंचाई जल परियोजना का पानी बमनपुरा, गोंदोलीपुरा गांव के ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के दबगों ने नहर के पानी पर अतिक्रमण करते हुए जबरन पानी खोल लिया। जिससे पानी खेतों में न पहुंचने से किसानों की गेंहू, सरसों, चना की खेती बर्बाद होने की कगार पर है। इससे परेशान किसानों ने शासन, प्रशाषन की कोई कारवाही न होने से परेशान होकर बैराड तहसील के आगे भूँख हड़ताल का रास्ता अपनाया।
हडताल पर बैठे किसानों ने बताया है कि उन्होने कई बार आवेदन तहसील, एसडीएम, कलेक्ट्रेट कार्यालय सहित क्षेत्रीय मंत्री सुरेश रांठखेड़ा को भी पूरे मामले की शिकायत कर चुके है। परंतु उनकी कोई सुनवाई नहीं होने पर नाराज ग्रामीणों ने भूख हडताल का निर्णय लेकर तहसील के सामने बैठ गए है।
ग्रामीणों ने बताया है कि गांव के दंबगों ने बीच में नहर को तोड दिया है। जिससे आगे के गांव को पानी नहीं मिल पा रहा है। इसके साथ 27 करोड़ की लागत से बनी पचीपुरा तालाब नहर फूटी पड़ी है। 5 शाल से नहर की मरम्मत नहीं होने से परेशान किसान भूंख हड़ताल पर। सिंचाई विभाग के जिम्मेदार अधिकारी नहर को दुरुस्त कराने के नाम पर सिर्फ बजट ठिकाने लगाने में लगे हुए हैं पंरतु जमीनी हकीकत पर किसानों की समस्या सुनने वाला कोई नहीं।
