गोवर्धन थाना पुलिस पर न्यायालय को गुमराह करने और 25 हजार की रिश्वत मांगने का आरोप

पोहरी। पोहरी अनुविभाग के गोवर्धन थाना पुलिस पर गंभीर आरोप लगे हैं। आरोप है कि पुलिस ने आठ महीने पुराने एक मामले में मोटरसाइकिल छुड़वाने के एवज में 25 हजार रुपये की रिश्वत मांगी और न्यायालय को भी गुमराह किया।
जानकारी के अनुसार मुरैना जिले के ग्राम नरेसुर थाना मरापुरा निवासी महेंद्र सिंह गुर्जर ने बताया कि करीब आठ माह पहले गोवर्धन थाना पुलिस चोरी के मामले की जांच के लिए गांव पहुंची थी। इस दौरान पुलिस ने उनके मौसी के बेटे की जेसीबी और उनकी मोटरसाइकिल क्रमांक एमपी 06 एमयू 4053 जब्त कर ली थी। बाद में जेसीबी मालिक से पैसे लेकर वाहन छोड़ दिया गया, लेकिन मोटरसाइकिल छोड़ने के लिए थाना प्रभारी रविंद्र सिंह कुशवाह ने कथित रूप से 25 हजार रुपये की मांग की।
महेंद्र सिंह का कहना है कि उसने पुलिस को बताया कि वह गरीब है और उसके पास सभी कागजात मौजूद हैं, लेकिन रिश्वत नहीं दे सकता। इस पर थाना प्रभारी ने बाइक लौटाने से इनकार कर दिया। इसके बाद महेंद्र सिंह ने पोहरी न्यायालय में आवेदन प्रस्तुत किया। अदालत से तामील गोवर्धन थाने भेजी गई, जिस पर थाना प्रभारी ने जवाब दिया कि ऐसी कोई मोटरसाइकिल थाने में जब्त ही नहीं की गई है और न ही इस संबंध में कोई अपराध दर्ज है।
पीड़ित का आरोप है कि पुलिस का यह जवाब न्यायालय को गुमराह करने वाला है, क्योंकि मोटरसाइकिल की कैफियत और लाइव लोकेशन आज भी गोवर्धन थाने में ही मौजूद है। मोटरसाइकिल की तस्वीर भी उपलब्ध कराई गई है, जिसमें स्पष्ट रूप से थाने में खड़े होने की पुष्टि होती है।
पीड़ित ने आरोप लगाया है कि थाने के अधिकारी रिश्वत के लिए न केवल वाहन रोककर बैठे हैं बल्कि अदालत के सामने भी गलत जानकारी देकर न्यायालय को गुमराह कर रहे हैं। मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों से किए जाने की बात कही जा रही है।