13 लाख के कर्ज विवाद में मामा-मामी का अपहरण, मारपीट कर वीडियो बनवा कराई झूठी बयानबाजी

शिवपुरी। जिले के करैरा थाना क्षेत्र के बेरखेड़ा गांव में रिश्तों को शर्मसार कर देने वाली वारदात सामने आई है। यहां एक किसान ने अपने ही भांजों पर अपहरण, बंधक बनाने और मारपीट का गंभीर आरोप लगाया है।
पीड़ित किसान राजेंद्र सिंह रावत ने पुलिस को बताया कि उन्होंने अपने भांजे रमन कुमार रावत को शादी और मकान बनाने के लिए करीब 13 लाख 50 हजार रुपए उधार दिए थे। राशि वापस न करने पर मामला कोर्ट तक पहुंचा और चेक बाउंस केस दर्ज हो गया। इसी रंजिश में आरोपियों ने घटना को अंजाम दिया।
30 अगस्त को राजेंद्र सिंह कुएं पर गए थे। तभी रमन, उसका भाई राहुल और उनके साथी अजमेर सिंह रावत व लोकेन्द्र रावत पहुंचे और जबरन बाइक पर बैठाकर उन्हें रतनवाले खेत पर ले गए। वहां उनके साथ बेरहमी से मारपीट की गई। इसके बाद आरोपियों ने राजेंद्र की पत्नी पिस्ता रावत को भी खेत पर बुलवा लिया और पति-पत्नी दोनों को धमकाते हुए बंधक बना लिया।
राजेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपियों ने मोबाइल से वीडियो बनाते हुए उनसे कहलवाया कि उनका किसी से कोई लेन-देन बाकी नहीं है और कोर्ट में जो चेक लगाए गए हैं, वे झूठे हैं। डर के कारण उन्हें वैसा ही कहना पड़ा, जैसा आरोपियों ने चाहा।
पीड़ित का आरोप है कि 1 सितंबर को आरोपी उन्हें दतिया ले गए और उनके मोबाइल से स्थानीय पंचों को बुलवाया। पंचों के सामने पंचायत कराई गई और इसके बाद उन्हें और उनकी पत्नी को छोड़ा गया।
राजेंद्र सिंह के मुताबिक, जाते समय रमन ने धमकी दी कि अगर उन्होंने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई तो पूरे परिवार को जान से मार डालेगा। इस धमकी की वजह से वे कुछ दिनों तक थाने नहीं पहुंचे, लेकिन अंततः हिम्मत जुटाकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
करैरा थाना पुलिस ने फरियादी की रिपोर्ट पर आरोपियों रमन कुमार रावत, राहुल रावत, अजमेर सिंह रावत और लोकेन्द्र रावत के खिलाफ धारा 127(2), 115(2), 351(3), 3(5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है।